भारतीय प्रशासनिक सेवा मध्य प्रदेश कॉडर के अधिकारी श्री अनय द्विवेदी अक्सर विवादों में बने रहते हैं। उनका नया विवाद केंद्रीय मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते के साथ सामने आया है। उन्होंने एक ऑफिशियल मीटिंग में केंद्रीय मंत्री का मजाक उड़ाया और उनके विधानसभा चुनाव हार जाने के कारण उनके रिश्तेदार को फील्ड पोस्टिंग में भेजने के लिए कहा।
मध्य प्रदेश में शासकीय कर्मचारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग में पॉलिटिकल इंटरफ़ेयरेंस
हाई कोर्ट ऑफ़ मध्य प्रदेश में जब इस प्रकार का कोई विवाद उपस्थित होता है तो शासन की ओर से हमेशा पूरी दृढ़ता के साथ कहा जाता है कि, सभी प्रकार के ट्रांसफर और पोस्टिंग प्रशासनिक आवश्यकता के आधार पर होते हैं। रिश्वत या राजनीति से प्रभावित नहीं होते, लेकिन इस मामले में स्पष्ट होता है कि एक पोस्टिंग राजनीतिक प्रभाव के कारण हुई थी और राजनीतिक प्रभाव कम हो जाने के कारण उस पोस्टिंग को समाप्त कर देने की बात की जा रही है।
फ्लैशबैक - विवाद कहां से शुरू हुआ
श्री अनय द्विवेदी, आईएएस अधिकारी वर्तमान में पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के CMD - चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर है। श्री अशोक धुर्वे पूर्व विद्युत वितरण क्षेत्र कंपनी में चीफ जनरल मैनेजर (CJM) हैं। वे कंपनी में कमर्शियल, स्टोर और परचेजिंग का काम देखते हैं। इसके अलावा श्री अशोक धुर्वे की एक और पहचान है। श्री अशोक धुर्वे, केंद्रीय मंत्री श्रीफल सिंह कुलस्ते के रिश्तेदार हैं। कंपनी में माना जाता है कि श्री अशोक धुर्वे को कमर्शियल, स्टोर और परचेसिंग जैसा काम योग्यता के आधार पर नहीं बल्कि श्रीकुलस्ते की रिश्तेदारी के कारण मिला है। चर्चा होती है कि श्री अशोक धुर्वे को जो काम मिला है उसमें निर्धारित शासकीय आय से अधिक अशासकीय आय होती है। सोमवार को हुई साप्ताहिक विभागीय मीटिंग में द्विवेदी ने धुर्वे को काम को लेकर फटकार लगाई। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने कहा, 'फग्गन सिंह कुलस्ते चुनाव हार गए हैं। अब इनकी (धुर्वे) पोस्टिंग फील्ड में कर देते हैं।'
ऐसे अधिकारियों को उच्च पद पर नहीं रहना चाहिए - फग्गन सिंह कुलस्ते
बुधवार दिनांक 17 जनवरी 2024 को केंद्रीय मंत्री कुलस्ते का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वे कहते दिख रहे हैं, 'कोई भी अधिकारी अगर सार्वजनिक तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करता है तो उस पर कार्रवाई होगी। मैं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से बात करूंगा। अपमानजनक व्यवहार करने वालों को उच्च पद पर नहीं रहना चाहिए। ऐसे लोगों को दफ्तर का काम दिया जाना चाहिए। चुनाव अपनी जगह है। हार-जीत अपनी जगह है। इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए।'
फग्गन सिंह कुलस्ते को उनके रिश्तेदारों ने ही चुनाव हरवाया है!
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में, भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते को इसलिए उम्मीदवार घोषित किया था क्योंकि चुनाव काफी चुनौती पूर्ण था और केंद्रीय नेतृत्व किसी भी कीमत पर मध्य प्रदेश में चुनाव जीतना चाहता था। कुल मिलाकर श्री अमित शाह की नजर में श्री फग्गन सिंह कुलस्ते एक ऐसे नेता थे जो विषम परिस्थितियों में भी चुनाव जीत सकता है।
जब विधानसभा चुनाव के परिणाम आए तो पता चला कि मध्य प्रदेश में मोदी मैजिक और लाडली बहना, दोनों एक साथ काम कर गए। जिनकी जीत की संभावना नहीं थी, वह रिकॉर्ड मतों से जीत गए। इसके बावजूद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते चुनाव हार गए। लोगों का कहना है कि, इस क्षेत्र में श्री कुलस्ते के रिश्तेदारों की संख्या बहुत अधिक है। वह लोगों पर दबाव डालते हैं। शासकीय कार्य में बड़ा बनते हैं। हितग्राहियों तक योजनाओं का लाभ पहुंचेगा या नहीं, श्री कुलस्ते के रिश्तेदार निर्धारित करते हैं और जैसा कि इस मामले में भी स्पष्ट हुआ। केंद्रीय मंत्री श्री कुलस्ते अपने रिश्तेदारों को मर्यादा के बाहर जाकर संरक्षित करते हैं। यही कारण है कि जनता श्री कुलस्ते के रिश्तेदारों से परेशान थी और भाजपा की आंधी चलने के बावजूद कुलस्ते चुनाव हार गए।
अनय द्विवेदी ने क्या गलती की
श्री अनय द्विवेदी ने कोई गलती नहीं की लेकिन श्री अनय द्विवेदी आईएएस ने गलती की। भारतीय प्रशासनिक सेवा का अधिकारी डिपार्टमेंट मेंटल मीटिंग में इस प्रकार पॉलिटिकल गॉसिप नहीं कर सकता। उसे लाखों रुपए की सरकारी सुविधा, लग्जरी रेजिडेंस और सिक्योरिटी इसीलिए दी जाती है क्योंकि वह आम नागरिक नहीं है। उसके मुंह से निकले हुए प्रत्येक शब्द का मूल्य होता है। भारतीय प्रशासनिक सेवा का अधिकारी, भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था का प्रतिनिधि होता है। मीटिंग में जो कुछ हुआ वह अमर्यादित एवं उद्दंडता की श्रेणी में आता है। पूछा जा सकता है कि यदि श्री कुलस्ते चुनाव जीत जाते तो क्या श्री अशोक धुर्वे को CJM से प्रमोट करके CMD बना देना चाहिए था।
ANAY DWIVEDI IAS से जुड़ी कुछ हैडलाइंस
- नगर निगम ग्वालियर में कमिश्नर थे तब EOW ऑफिस के सामने ट्रालियों से भर भर कर कचरा डलवा दिया था।
- वर्तमान ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर के साथ विवाद हुआ तो उन्हें जेल भिजवा दिया था।
- हरदा और खंडवा में कलेक्टर रहते हुए कई बार इस तरह की हेडलाइंस बनती रहती थी।
- भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं के साथ नजदीकी भी चर्चा में रहती है।
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