ग्वालियर। मेला समाप्त हुए पांच दिन गुजर चुके हैं, बिजली पानी की सप्लाई बंद की जा चुकी है। इसके बाद भी मेला में सैलानियों की भीड़ है। रविवार को मेला में सैलानियों की भीड़ उमड़ पड़ी और जमकर खरीदारी हुई। हालांकि अब मेला दुकान से निकलकर फुटपाथ पर आ चुका है। प्राधिकरण ने पूरी तरह से सुविधाएं भी व्यापारियों की बंद कर दी है और मेला परिसर खाली करने के लिए बोल दिया है। इसके बाद भी व्यापारी डटे हुए है और अच्छा व्यापार भी कर रहे हैं।
इस बार मेला का सर्वाधिक व्यापार हुआ। 1550 करोड़ का व्यापार करने वाला मेला आधे से अधिक खाली हो चुका है। लेकिन कुछ हिस्से में अभी भी रोनक है। जबकि आटो मोबाइल व इलेक्ट्रोनिक मार्केट पूरी तरह से खाली हो चुका जबकि झूला अभी भी सजे हुए हैं। 1905 में व्यापार मेला की शुरू आत हुई थी तब से लेकर अबतक कभी मेला का कारोबार हजार करोड़ से ऊपर नहीं निकला सका था। लेकिन इस बार मेला का कारोबार जमकर हुआ जिससे दुकानदारों के चहरे खिल गए। मेला के आखरी के दूसरे रविवार को मेला में जमकर भीड़ हुई।
सैलानियों ने दिल खोलकर मेला का आनंद लिया और खरीदारी की। हालांकि दिन में गर्मी होने से थोड़ा फीका रहा लेकिन शाम होते होते मेला में सैलानियों की भीड़ उमड़ पड़ी। 28 फरवरी को मेला समाप्त हो गया, उससे पहले मेला में खरीदारी करने का मन बनाकर सैलानी पहुंच रहे हैं। मेला का मुख्य गेट प्राधिकरण ने बंद कर दिया है। जिससे सैलानी मेला में प्रवेश न कर सके और मेला खाली हो। लेकिन व्यापारियों ने सामान वापस न ले जाना पड़े इसको लेकर दाम कम कर दिए हैं। जिससे खरीदारी करने वाले सैलानी सामान खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं। दूर दराज से आए व्यापारी भी दुकानें खाली करने लगे हैं।