माननीय मुख्यमंत्री जी एवम आयुष मंत्री जी, मेरा नाम डॉ. जितेंद्र ससाने होम्यो. चिकित्सक बुरहानपुर है। मध्यप्रदेश में आयुष विभाग के अंतर्गत आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, यूनानी पद्धति आती है किंतु हम होम्योपैथी से लगातार भेदभाव किया जा रहा है।
1)मध्यप्रदेश में 9 शासकीय आयुष महाविद्यालय हैं। इसमें से 7 आयुर्वेदिक और मात्र 1 होम्योपैथी का शासकीय महाविद्यालय है।
2)मध्य प्रदेश में 1773 आयुष डिस्पेंसरी हैं। इसमें भी भेदभाव किया गया है। आयुर्वेदिक के 1496
होम्योपैथी के मात्र 213 डिस्पेंसरी। मध्यप्रदेश में रजिस्टर्ड होम्योपैथिक चिकित्सकों की संख्या 26000 है। आप बताइए 213 डिस्पेंसरी में कितने डॉक्टर सेवाएं दे सकते हैं।
3 मध्यप्रदेश में 23 जिला आयुष चिकित्सालय हैं। इनमें से आयुर्वेदिक के 22 जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय
और होम्योपैथी का एक मात्र छिंदवाड़ा में जिला होम्योपैथी चिकित्सालय है।
4 मध्य प्रदेश में आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर जिसकी संख्या 562 है किंतु आयुर्वेदिक के 515, और यूनानी 8, होम्योपैथी 39 सेंटर हैं।
मध्यप्रदेश में आयुर्वेद के कुछ हॉस्पिटल देश भर में प्रसिद्ध हो रहे हैं परंतु होम्योपैथी में मध्य प्रदेश का नाम कहीं नहीं आता। 26000 होम्योपैथिक डॉक्टरों का उपयोग करके सरकार चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में नया रिकॉर्ड बना सकती है। हम ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं दे सकते हैं लेकिन सरकार हमारा उपयोगी नहीं कर रही है। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार समाज के हर वर्ग के लिए कुछ ना कुछ कर रही है परंतु होम्योपैथी डॉक्टरों के लिए अभी तक कुछ नहीं किया है। कृपया हमारी ओर भी ध्यान दीजिए।
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