भोपाल। अहीर रेजिमेंट को लेकर पूरे भारत में आंदोलन की स्थिति बन रही है। यादव समाज के लोग भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग कर रहे हैं। आज मध्यप्रदेश की विधानसभा में अहीर रेजिमेंट के लिए अशासकीय संकल्प प्रस्तुत किया गया।
कांग्रेस पार्टी के नेता एवं जबलपुर जिले की बरगी विधानसभा से विधायक श्री संजय यादव ने अहीर रेजिमेंट के गठन के लिए अशासकीय संकल्प प्रस्तुत किया। संकल्प में कहा गया कि, यह सदन केंद्र शासन से अनुरोध करता है कि भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट का गठन किया जाए जिससे सन 1962 में चीन के खिलाफ हुए रेजांगला युद्ध में शहीद अहीर योद्धाओं के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि मिल सके।
अहीर रेजिमेंट क्या है, इसकी मांग क्यों की जा रही है
चीन के साथ 18 और 19 नवंबर 1962 कि मध्य रात का रेजांगला युद्ध जिसमे 120 (यादव) भारतीय सैनिकों ने 3000 हजार चीनी सैनिकों को खदेड़ते हुए 1300 चीन सैनिकों को मार गिराया था जिसके तत्काल बाद ही चीन सैनिक ने भारतीय सीमा से अपना कब्जा भी हटाया और युद्ध विराम करते हुए दुश्मन देश (भारत) कि सेना को सलाम किया। जिसमे 114 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। कारगिल युद्ध में 527 में से 90 यादव समाज के वीर योद्धा वीर गति को प्राप्त हुए एवं कारगिल युद्ध में देश का सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र सम्मान भी प्राप्त किया गया योगेंद्र यादव जी द्वारा जो मात्र 19 वर्ष को आयु के थे।
आईपीसी की शब्दावली बदलने मध्यप्रदेश विधानसभा में अशासकीय संकल्प
मध्यप्रदेश की विधानसभा में एक और महत्वपूर्ण अशासकीय संकल्प प्रस्तुत किया गया। विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया ने संकल्प प्रस्तुत करते हुए कहा कि, यह सदन केंद्र शासन से अनुरोध करता है कि भारतीय दंड संहिता में वर्ष 1896 से चली आ रही तत्कालीन शब्दावली परिवर्तित करके हिंदी शब्दकोश के शब्दों का उपयोग किया जाए। उल्लेखनीय है कि आईपीसी में काफी अधिक संख्या में अरबी, फारसी एवं उर्दू के शब्दों का उपयोग किया गया है। जो वर्तमान में आम नागरिकों को समझने में काफी मुश्किल होते हैं।
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