MP NEWS- अतिथि शिक्षकों ने न्याय यात्रा निकालकर सरकार को अल्टीमेटम दिया

भोपाल
। अतिथि शिक्षकों ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में न्याय यात्रा निकालकर कर अतिथि शिक्षकों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है। यदि 20 फरवरी तक अतिथि शिक्षकों के हित में फैसला नहीं लिया जाता तो राजधानी भोपाल में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया जाएगा।

हर सरकार में अतिथि शिक्षकों के साथ अन्याय हुआ है

अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह परिहार, आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केसी पवार और संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष श्री घासी राम रजक, संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री पी डी खैरवार ने बताया कि सरकार किसी भी पार्टी की रही हो अतिथि शिक्षकों के साथ शोषण और अन्याय किया है। सरकार एक तरफ रोजगार देने की बात करती है। दूसरी तरफ 15 वर्षों से बहुत ही अल्प मानदेय पर सेवा देने वाले अतिथि शिक्षकों को बेरोजगार कर रही है। 

अनुभवी अतिथि शिक्षक को प्रमोशन के बजाय सेवाएं समाप्त कर देते हैं

जहां सभी को अनुभव के आधार पर पदोन्नति दी जाती है। मध्यप्रदेश में 15 वर्षों से कार्यरत अतिथि शिक्षकों को अनुभव के आधार पर बेरोजगार किया जाता है। सरकार माननीय विधायकों को लाखों मिलने के बाद भी 40 हजार रूपए प्रतिमाह उनके वेतन में वृद्धि कर रही है। जिन गरीब अतिथि शिक्षकों को मात्र 5,7,और 9 हजार रूपए मिलते हैं। उनके मानदेय में वृद्धि करने की बात आती है तो सरकार बजट का रोना रोने लगती है। 

अतिथि शिक्षक सत्ता परिवर्तन का केंद्र होने के उनकी दुर्दशा नहीं बदली। फिर सत्ता परिवर्तन के महानायक श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया जी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से विनम्र निवेदन है अतिथि शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित करें। प्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षक आपसे उम्मीद लगाए बैठे हैं। अन्यथा कि स्थिति में मरता क्या नहीं करता की तर्ज पर अतिथि शिक्षक आगामी चुनाव में विकल्प तलाशेंगे। 

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