ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में मुरार, हजीरा एवं सराफा बाजार में आने वाले सालों में प्रॉपर्टी के दाम और सबसे ज्यादा बढ़ जाएंगे क्योंकि यूनेस्को एवं एचयूएल हिस्टोरिक अरबन लैण्डस्कैप द्वारा इन तीनों स्थानों को हेरिटेज में शामिल किया गया है। यहां की पुरानी ऐतिहासिक इमारतों को संवारा जाएगा। जिसके कारण देश-विदेश के पर्यटक इन इलाकों में समय बिताएंगे।
यूनेस्को एवं एचयूएल हिस्टोरिक अर्बन लैंडस्केप की भोपाल में कार्यशाला
यूनेस्को एवं एचयूएल हिस्टोरिक अरबन लैण्डस्कैप की भोपाल में कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला प्रमुख सचिव एमपी टूरिज्म श्री शेखर शुक्ला की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ग्वालियर संभागीय आयुक्त श्री दीपक सिंह, जिला कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह एवं यूनेस्को की कल्चरल हैड मिस हैनी जेन शामिल हुईं। कार्यशाला में नगर निगम आयुक्त श्री किशोर कन्याल, सीईओ स्मार्ट सिटी श्रीमती नीतू माथुर एवं नोडल अधिकारी श्री शिशिर श्रीवास्तव, डायरेक्टर आईआईटीटीएम श्री आलोक शर्मा मौजूद थे।
कार्यशाला में निर्णय लिया गया है कि किसी भी ऐतिहासिक इमारत अथवा धरोहर को ग्वालियर की किसी भी ऐतिहासिक एवं प्राचीन इमारत जो शासकीय हो या प्राइवेट उसके फसाड अर्थात चेहरे को नहीं बदलना है। ऐसी इमारतों का संधारण भी मास्टर प्लान के अनुरूप ही किया जाए। कार्यशाला में बताया गया कि ग्वालियर शहर से हैरिटेज में मुरार, हजीरा एवं सराफा को शामिल किया गया है। क्योंकि यहीं पर सर्वाधिक हैरिटेज इमारतें हैं।