भोपाल। जिनका जीवन और जीविका यानी व्यवसाय मौसम से प्रभावित होता है उनके लिए बड़ी खबर है। ठंड का पैटर्न बदल रहा है। इस साल ठंड से संबंधित पुरानी मान्यताएं बदल जाएगी और संभव है कि पुराने अनुभव काम ना आ पाएं। इंदौर को छोड़कर ग्वालियर, भोपाल और जबलपुर में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा।
ग्वालियर में तापमान कम लेकिन भोपाल में ठंड ज्यादा
मध्य प्रदेश के 4 बड़े शहरों की बात करें तो सबसे कम तापमान जबलपुर में 7.8, ग्वालियर में 8.4, भोपाल में 9.8 और इंदौर में 11.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जैसा कि स्पष्ट होता है जबलपुर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और इंदौर में फिलहाल इंदौर वाली ठंड की शुरुआत भी नहीं हुई है। भोपाल में तापमान ज्यादा है और ग्वालियर में कब लिखित यदि मनुष्य, वन्य प्राणियों एवं वनस्पति के प्रभावित होने की बात करें तो भोपाल में ठंड का प्रभाव ज्यादा दिखाई दे रहा है।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार की सर्दी कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ेगी और नए रिकॉर्ड बनाएगी। जैसा कि मानसून के समय हुआ था, वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी विफल हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण मानसून के बाद शीत लहर ने भी अपना पैटर्न बदल दिया है। नए पैटर्न में क्या होगा और कैसे होगा इसका एक्सपीरियंस करने में 10 साल का समय लगेगा।