JABALPUR NEWS- निगम कमिश्नर के खिलाफ कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल

जबलपुर।
मध्यप्रदेश के जबलपुर नगर निगम में कर्मचारियों ने अपने ही कमिश्नर श्री आशीष वशिष्ठ के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। हड़ताली कर्मचारियों का दावा है कि ज्यादातर कर्मचारी यूनियन इस हड़ताल में शामिल है और नगर निगम मुख्यालय के अलावा 16 जोन कार्यालयों के कर्मचारी में हड़ताल कर रहे हैं। कर्मचारी नेताओं ने दावा किया है कि उनकी हड़ताल सफल रही लेकिन वार्ता विफल रही। झूठा मामला दर्ज कराने से नगर निगम कर्मचारियों में रोष व्याप्त है और हड़ताल को जारी रखने का फैसला लिया गया है।

हड़ताल को कर्मचारी संगठनों के समर्थन का दावा

कर्मचारियों का कहना है कि हड़ताल में मुख्यालय सहित नगर निगम के 16 जोनों के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल रहेंगे। नगर निगम की अधिकांश यूनियन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन भी किया है, जिसमें तकनीकी अधिकारी संघ के संरक्षक राम दुबे व तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ संरक्षक योगेंद्र दुबे मध्य प्रदेश नगर निगम पालिका कर्मचारी संघ के आनंद दुबे अनिल तिवारी सहित समस्त संघ हड़ताल में रहेंगे। हालांकि इस हड़ताल से जल विभाग और आपातकालीन सेवा में लगे कर्मचारियों को दूर रखा गया है।

हड़ताली कर्मचारियों की परेशानियां एवं मांगे

1. माननीय आयुक्त महोदय द्वारा अधिकारी कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है जिससे कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है।
2. समस्त 400 विनियमित कर्मचारियों का रेगुलाइजेशन।
3. 29 कर्मचारियों का विनियमितीकरण अभी तक लंबित है।
4. 15 कर्मचारियों की विभागीय जांच जिसमें कुछ लोगों की जांच आज भी लंबित है।
5. शिक्षा विभाग की सातवें वेतनमान एवं अतिथि शिक्षकों संबंधी मांग।
6. नरेश शर्मा की गबन संबंधी जांच एवं पद के दुरुपयोग संबंधी जांच की मांग।
7. सामुदायिक संगठको का रेगुलाइजेशन की मांग।
8. संविदा कर्मचारियों का रेगुलराइजेशन या 90% मानदेय बढ़ाए जाने संबंधी मांग एम आई सी में रखे जाने बाबत।
9. ऑफिस के समय का निर्धारण 18-18 घंटे काम लेने का मामला।
10. रिटायरमेंट के दौरान 10% उपादान की राशि जो 100% दी जाए जो कि रिटायर्ड होने के बाद भी कुछ लोगों की आज भी रुकी है।
11. पंचायत सचिवों के संविलियन के बाद रेगुलराइजेशन की मांग।
12. कंप्यूटर ऑपरेटरों का 5 माह का वेतन रुका हुआ है।
13. कंप्यूटर ऑपरेटर जो नगर निगम में कार्यरत हैं खूनी संविदा में रखे जाने बाबत।
14. पार्षद गणों द्वारा कर्मचारियों से आज संसदीय भाषा का प्रयोग किया जाना वर्जित हो।
15. ठेकेदार द्वारा ठेके के कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है।
16. ठेका प्रथा की समाप्ति की जावे।
17. आउट सोर्स के कर्मचारियों का  पी एफ क्यो जमा नहीं किया जा रहा है ।
18. वरिष्ठता का ध्यान रखते हुए और जो जिस पद पर है उसी पद का कार्य लिया जावे।
19. नगर निगम के विभिन्न विभागों में बरसों से कर्मचारी कार्य कर रहे हैं उनका स्थानांतरण किया जावे।
20. लाइटिंग का संपूर्ण कार्य स्मार्ट सिटी द्वारा अभी तक किया जा रहा था करोड़ों के घपले के बाद अब नगर निगम को सौंप दिया गया है जिसे पुन: स्मार्ट सिटी का लोटा दिया जावे।
21. स्मार्ट सिटी का कोई भी कार्य नगर निगम द्वारा नहीं कराया जाए। 

महापौर महोदय, निगम अध्यक्ष महोदय, पार्षद महोदय, कमलेश अग्रवाल, महेश राजपूत, अयोध्या तिवारी, सरदार अख्तर अंसारी से निम्न बिंदुओं पर चर्चा हुई और उपस्थित सभी माननीयों ने हमारी मांगों पर गहन चर्चा अधिकारियों के समक्ष किए जाने की बात कही इसी दौरान शासन द्वारा हमारे आंदोलन को तोड़ने के लिए असंवैधानिक कृत्य करते हुए कर्मचारी संगठन के नेताओं पर झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई जिससे समस्त कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। 

उपस्थित सदस्य गण-: दुर्गेश झारिया,नरेंद्र सिंह ठाकुर,वसीम भाई जान, रामदुर्गेश झारिया, नरेंद्र सिंह ठाकुर, वसीम भाई जान, रामकुमार तिवारी, राम बहुरी त्रिपाठी,गोविंद विश्वकर्मा, दिनेश सिंह ठाकुर, राम सुमिरन तिवारी, दीपक शर्मा, रामप्रकाश त्रिपाठी, दुर्गेश झारिया, नरेंद्र सिंह ठाकुर, वसीम भाई जान,रामकुमार तिवारी, राम बहुरी त्रिपाठी, गोविंद विश्वकर्मा,दिनेश सिंह ठाकुर, राम सुमिरन तिवारी, दीपक शर्मा, प्रकाश त्रिपाठी, केदार नामदेव, केदार पटेल,मुकेश तिवारी,जय कांत दुबे, गणेश कनौजिया, राकेश समुंदरे,योगेश चौधरी,किशोर दहिया, एबू डेविड,  संजय यादव,      (खो खो सघ म. पृ.)बी सत्यनारायण,शेख लाल आर्मो,जसवंत करोसिया, मुकेश बख्शी,प्रशांत राव उपस्थित रहे।

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