सोसाइटी में ऐसे घर भी हैं जहाँ तीन-चार जनरेशन्स एक साथ रहती है। कई बार, कई मौकों पर सब के लिए एक साथ खाना बनाना काफी मुश्किल टास्क हो जाता है। बुजुर्गों को चाहिए एकदम सादा सिंपल खाना, सेकंड जेनरेशन को चाहिए हेल्दी के साथ-साथ थोड़ा टेस्टी खाना, जबकि थर्ड जेनरेशन को चाहिए सिर्फ टेस्टी खाना।
अपने लिए और बच्चों के लिए तो खाना ऑर्डर कर लेते हैं, लेकिन बात अटक जाती है बुजुर्ग लोगों के खाने के ऊपर। तो क्या कोई ऐसा रेस्टोरेंट या टिफिन सेंटर हो सकता है जो सिर्फ बुजुर्गों के लिए ही खाना के ऑर्डर लेता हो जब कभी आप शहर से बाहर जाये या कभी घर में ही आपको ऐसा मन करे कि आप घर के बुजुर्गों के लिए कोई हैल्दी सा खाना बाजार से मंगवा सके। तो इसी जरूरत को ध्यान में रखकर हमारा आज का बिज़नेस आइडिया शुरू होता है।
कोई टिफिन सेंटर या रेस्टोरेंट नहीं, एक किचन शुरू कीजिए। अपनी रसोई में केवल बुजुर्गों के लिए खाना बनाया जाएगा। उनके स्वास्थ्य और सेहत को ध्यान में रखते हुए। जैसा कि डॉक्टर बताते हैं बिल्कुल वैसा। जैसा कि बाजार में किसी रेस्टोरेंट में नहीं मिलता। इस रसोई की अपनी खास बात होगी। इसमें कई तरह के आटे का उपयोग किया जाएगा। किसी को शरबती गेहूं का आटा तो किसी को सोयाबीन वाला प्रोटीन युक्त आटे की रोटी दी जाएगी।
इसके लिए कुछ फटाफट से तैयार होने वाले सामान आपके पास हमेशा अवेलेबल होना चाहिए। दलिया, खिचड़ी, महेरी, उपमा, कीनुआ, कोदू राइस, कुटकी के चावल ये सब आपकी लिस्ट में शामिल होना चाहिए क्योंकि आपको बुजुर्गों की हेल्थ का विशेष ध्यान रखना। इसी के साथ यदि आप चाहें तो कई प्रकार के पापड़ जैसे -मूंग दाल पापड़,चना दाल पापड़, उड़द दाल पापड़, मिक्स दाल पापड़ इनक्लुड कर सकते हैं।
शुरुआत बिल्कुल अपने घर से कीजिए। यदि आप की रेसिपी और आपके हाथ का स्वाद बुजुर्गों को पसंद आता है तो फिर इस बिजनेस को अपने शहर में और देश भर में फैला सकते हैं। क्लाउड किचन का कांसेप्ट किसी को भी करोड़पति बना सकता है।