इंदौर। व्यापारियों में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है क्योंकि बिजली बिल की वसूली के लिए पुलिस ने एक प्रतिष्ठित कारोबारी विनीत गर्ग (डायरेक्टर कल्याण ग्रुप) को हिरासत में ले लिया है। कनाडिया पुलिस थाने के बाहर जबरदस्त हंगामा हुआ। पुलिस का कहना है कि विनीत गर्ग के खिलाफ वारंट जारी हुआ था परंतु पुलिस अधिकारी जारी हुआ वारंट दिखा नहीं पाए।
बिजली बिल वसूली के लिए कारोबारी को अपराधी की तरह पकड़ कर ले गए
दोपहर करीब डेढ़ बजे कनाड़िया थाने के करीब आधा दर्जन सिपाही कल्याण ग्रुप के डायरेक्टर विनीत गर्ग के पीपल्याहाना स्थित आफिस पहुंचे। बताया कि उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। उन्हें किसी अपराधी की तरह पकड़ कर थाने ले जाया गया। इस दौरान पुलिस और कारोबारी के परिवार के सदस्यों के बीच बहस भी हुई।
मौके पर थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद जमरे, एसआइ माधवसिंह भदौरिया सहित स्टाफ मौजूद था। स्वजन का कहना था कि सिपाहियों ने अभद्रता की है। पेशेवर अपराधी की तरह व्यवहार किया है। हम कारोबारी हैं, अपराधी नहीं। विवाद बढ़ने लगा दो थाना प्रभारी वरिष्ठ अफसरों से मिलने की बात कह कर थाने से चले गए।
पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट नहीं बताया
कल्याण ग्रुप के डायरेक्टर सुधीर गर्ग का कहना है कि विनीत गर्ग ग्रुप में डायरेक्टर हैं, उन्होंने गिरफ्तारी वारंट के संबंध में पूछा, लेकिन पुलिस वाले बताने को तैयार नहीं थे। पुलिसकर्मियों ने उनका मोबाइल छीन लिया, उन्हें बात भी नहीं करने दी और थाने ले आए। पुलिसवालों का व्यवहार आपत्तिजनक था।
उन्होंने कहा कि हमारा ग्रुप समाजसेवा में हमेशा आगे रहता है। हम कोई पेशेवर अपराधी नहीं हैं। 2014 का मामला बताया जा रहा है, जिसमें बिजली कंपनी का बिल बकाया होने की बात सामने आई है। बिल की राशि जमा कर देंगे। उधर, डीसीपी संपत उपाध्याय का कहना है कि विनीत गर्ग के नाम से बिजली कंपनी के बकाया बिल का मामला है। फिलहाल गिरफ्तारी नहीं हुई है। समाचार लिखे जाने तक गिरफ्तारी वारंट प्रदर्शित नहीं किया गया था।