ग्वालियर। नौकरी की तलाश में ग्वालियर से बिहार गए 20 वर्षीय युवक अक्षय अहिरवार की हत्या हो गई। हत्यारों ने उसकी लाश नदी में फेंक दी थी। घटना बिहार राज्य के रोहतास इलाके में हुई।
अक्षय के पिता हरदयाल अहिरवार एक सिक्योरिटी कंपनी में काम करते हैं और पटेल नगर, सिटी सेंटर ग्वालियर में किराए पर रहते हैं। अक्षय अपने दोस्त आकाश, निहाल व अन्य के साथ काम की तलाश में रवाना हुआ था। एक दो दिन तक बात हुई और उसके बाद उसका फोन बंद हो गया। 16 जून को बिहार को रोहताश में पुलिस को नहर में एक युवक का शव मिला। इस शव के पेंट की जेब में एक पर्ची पर मोबाइल नंबर व साहिल नाम का उसका आधार कार्ड मिला।
बिहार पुलिस ने पर्ची पर मिले फोन नंबर पर बात कर साहिल के संबंध में पूछताछ की। यह नंबर युवक के दोस्त का था। उस समय वह अपने परिवार के साथ मनाली घूमने गया था। इसलिए वह साहिल नाम से अक्षय को नहीं पहचान पाया। उसे उसका नाम अक्षय ही पता था। इस पर साहिल के संबंध में वह कोई सूचना नहीं दे सका। लापता का दोस्त जब मनाली से ग्वालियर वापस आया तब अक्षय के भाई ने उससे अक्षय के बिहार काम पर जाने और फिर फोन बंद हो जाने की बात बताई।
इस पर उसे बिहार से साहिल के संबंध में आए फोन की याद आई और फिर अक्षय के भाई व दोस्त ने रोहताश से फोन करने वाले पुलिस अधिकारी से बात कर मृतक का फोटो मंगाया। इस फोटो से उसकी शिनाख्त अक्षय के रूप में हुई। इसके बाद परिजन ने बताया कि अक्षय अपने दोस्त सुरेंद्र, आकाश, निहाल पांडे के साथ जाने की कहकर गया था।
इस पर थाना प्रभारी ने पड़ताल की तब आकाश उसके साथी राममिलन के बारे में पता लगा वह झांसी में थाने में बंद हैं। इनके खिलाफ झांसी के थाने में मारपीट का मामला दर्ज था। आकाश ने बताया कि अक्षय को सुरेंद्र ने बनारस के एक व्यक्ति के साथ काम के लिए कार से भेज दिया था। रोहताश में अक्षय की हत्या का मामला दर्ज है। पुलिस उसके साथी की तलाश कर रही है।
पिता का आरोप, दोस्तों ने बेच दिया, उसके अंग निकाल लिए
मृतक के पिता हरदयाल ने आरोप लगाया है कि जिन दोस्तों के साथ वह गया था उन्होंने ही उसे बेच दिया है। बिहार पुलिस से उनकी बात हुई है। बेटे की हत्या हुई है और उसके शरीर से कोई अंग भी गायब है। अब परिवार के सदस्य बिहार के लिए रवाना हो गए हैं।