ग्वालियर। केंद्र सरकार द्वारा लांच की गई अग्नीपथ स्कीम (भारतीय सेना में 4 साल नौकरी) के खिलाफ बिहार से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन ग्वालियर तक पहुंच गया है। सेना भर्ती उम्मीदवारों ने गोला का मंदिर क्षेत्र में चक्का जाम किया और बीच सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद बिरला नगर रेलवे स्टेशन में घुस गए और रेल की पटरियों को बाधित किया।
केवल 4 साल की नौकरी मंजूर नहीं है
प्रदर्शन स्थल पर पुलिस की तरफ से एडिशनल एसपी और प्रशासन की तरफ से एडीएम मौजूद थे। उम्मीदवारों का कहना है कि इतने साल तक तैयारी करने के बाद केवल 4 साल की नौकरी मंजूर नहीं है। उम्मीदवारों ने बताया कि 4 साल में 6 महीने ट्रेनिंग और 6 महीने छुट्टी के निकल जाएंगे। 3 साल की सर्विस में देश की सेवा कैसे कर पाएंगे।
अग्निपथ स्कीम क्या है
अग्निपथ स्कीम आर्म्ड फोर्सेज के लिए एक देशव्यापी शॉर्ट-टर्म यूथ रिक्रूटमेंट स्कीम है। इस स्कीम के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा। अग्निवीरों की तैनाती रेगिस्तान, पहाड़, जमीन, समुद्र या हवा, समेत विभिन्न जगहों पर होगी। इनकी सेवा अवधि 4 वर्ष होगी।
मध्यप्रदेश में अग्निवीरों को पुलिस भर्ती में आरक्षण
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अग्निपथ स्कीम लॉन्च होते ही राज्य पुलिस भर्ती में अग्निवीरों को प्राथमिकता (अनुभव के अतिरिक्त अंक या फिर रिक्त पदों की संख्या में आरक्षण) दिए जाने की घोषणा की है।