भोपाल। ग्वालियर में कांग्रेस पार्टी की महिला नेता एवं भाजपा से कांग्रेस में आए सतीश सिकरवार की मैदानी प्रतिद्वंदी शांति कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के दरवाजे पर धरने पर बैठ गई। पूरी रात दरवाजे पर सोती रही। उनका कहना है कि कमलनाथ जी ने 10 साल से मेहनत कर रही एक महिला को मिलने का समय तक नहीं दिया जबकि दलबदलू नेता को विधानसभा का टिकट दिया और उसकी पत्नी को महापौर का टिकट दे दिया।
शांति कुशवाहा ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि मैं पिछले 3 दिनों से कमलनाथ जी के साथ में हूं। वह मुझे मिलने का समय नहीं दे रहे। मैं उन्हें बता रही हूं कि मुझे महापौर का टिकट चाहिए। कोई कुरकुरे और नमकीन का पैकेट नहीं चाहिए। आप मुझे समय क्यों नहीं दे रहे, मैं आपसे समय मांग रही हूं। वह हमेशा चलो चलो कहते रहते हैं।
शांति कुशवाहा ने बताया कि नगर निगम चुनाव प्रत्याशी चयन के लिए ग्वालियर के प्रभारी मुकेश नायक ने कहा था कि कोई दिक्कत नहीं है और तुम्हारा नाम फाइनल है। अशोक यादव जी ने कहा था कि कोई दिक्कत नहीं है। शांति का नाम एक नंबर पर है। अब दोनों नेता मेरा फोन नहीं उठा रहे हैं।
इन नेताओं ने एक ऐसी महिला का टिकट काटा है जो 10 साल से कांग्रेस पार्टी के लिए काम कर रही थी। आज जब उसने अपना अधिकार मांगा तो इन लोगों ने उसे दरकिनार कर दिया। पिछले 10 साल से पार्टी ने मुझे कुछ नहीं दिया।