भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश में भले ही भारतीय जनता पार्टी से लोहा ना ले पाते हो परंतु कांग्रेस पार्टी में उनकी टक्कर का चाणक्य कोई नहीं है। यह बात एक बार फिर साबित हो गई। कमलनाथ ने जनवरी में दिग्विजय सिंह का तमाशा बना दिया था। अप्रैल में कमलनाथ को तमाशा बन गए। सारा दिन सफाई देते हुए बीता है।
MP NEWS- अजय को दिखाया, राहुल को लड़ाया और गोविंद को बिठा दिया
दिग्विजय सिंह की यह अदा राजनीति के पाठ्यक्रम में शामिल करने लायक है। वह हमेशा ऐसा करते हैं, सब जानते हैं लेकिन फिर भी जो टारगेट पर होता है वह हमेशा हार जाता है। स्वर्गीय माधवराव सिंधिया और ज्योतिरादित्य सिंधिया से इसी रणनीति का उपयोग करके अब तक जीतते आए हैं। इस बार भी वैसा ही हुआ। अरुण यादव का डर दिखाया। तनाव का स्तर बढ़ाने के लिए अजय सिंह राहुल को ऑलमोस्ट लड़ा दिया और अंत में डॉ गोविंद सिंह यादव को नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर बिठा दिया।
ऐसा व्यूह रचा, कमलनाथ भी ना नहीं कर पाए
मध्यप्रदेश में जब नए नेता प्रतिपक्ष की बात आई तो कमलनाथ चाहते थे कि आदिवासी कार्ड का उपयोग करते हुए बाला बच्चन को नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए लेकिन हाईकमान के सामने कमलनाथ को ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम कुछ इस प्रकार से याद दिलाया गया कि कमलनाथ, डॉक्टर गोविंद सिंह के नाम पर ना नहीं कर पाए। कैसी छटपटाहट होती है जब आपको खुद वह फैसला लेना पड़े जो आप नहीं चाहते थे। इसे कहते हैं राजनीति में राजा होना। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.