CM Sir, लॉ की पढ़ाई हेतु स्कॉलरशिप क्यों नहीं, सिर्फ इंजीनियरिंग और मेडिकल के लिए क्यों - Khula Khat

श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय
, मप्र शासन, भोपाल। आपके द्वारा मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना चलाई जा रही है, जिसके अंतर्गत मेधावी विद्यार्थी को छात्रवृत्ती प्रदान की जाती है परन्तु यह योजना सभी मेधावी विद्यार्थियों को सहायता प्रदान नहीं करती। 12वीं में टॉप करने वाले बच्चे इस योजना के तहत डॉक्टर या इंजीनियर तो बन सकते हैं परंतु वकील नहीं बन सकते। क्योंकि इस योजना के तहत LLB कोर्स में एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप नहीं दी जाती।

माननीय, मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना के अन्तर्गत BTech, BE, MBBS करने वाले छात्रों किसी सरकार द्वारा भरी जाती है फिर चाहे वह सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेते हो या प्राइवेट कॉलेज में परंतु LLB कोर्स में एडमिशन लेने वाले छात्रों को स्कॉलरशिप नहीं दी जाती। केवल उन छात्रों को दी जाती है जिनका एडमिशन नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी या फिर किसी दूसरे सरकारी कॉलेज में होगा। 

मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना के तहत प्राइवेट कॉलेज से इंजीनियरिंग या मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों को स्कॉलरशिप दी जाती है लेकिन प्राइवेट कॉलेज से विधि की पढ़ाई करने वालों को स्कॉलरशिप नहीं दी जाती। जबकि विधि की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को भी मदद की जरूरत होती है। एलएलबी कोर्स में गरीब पिता के बच्चों को भी एडमिशन मिलता है।

सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलने के कारण हजारों स्टूडेंट्स को कोर्स पूरा होने से पहले पढ़ाई छोड़ कर वापस आना पड़ता है। माननीय मुख्यमंत्री, इंजीनियरिंग और मेडिकल की तरह लॉ कोर्स भी एक प्रोफेशनल कोर्स है। यह भी एक नोबल प्रोफेशन है। जिस प्रकार इंजीनियर देश के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर बनाता है। डॉक्टर लोगों की जान बचाता है वैसे ही एक वकील लोगों के अधिकारों की रक्षा करता है। देश के लोकतंत्र की रक्षा करता है। न्याय के लिए लड़ता है और आम जनता का कानून में विश्वास बनाए रखता है।

अतः आपसे निवेदन है कि एसे विद्यार्थी जो 12वी में अच्छा प्रदर्शन करके मध्य प्रदेश के प्राईवेट कॉलेज से लॉ करते है उन्हें भी मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना के अंतर्गत छात्रवृत्ती प्रदान की जाए जिससे मध्य प्रदेश के कई मेधावी विद्यार्थी इस योजना से वंचित न रह सके।  धन्यवाद, नमन शर्मा, क्‍लैट एस्पिरेंट, शिवपुरी

अस्वीकरण: खुला-खत एक ओपन प्लेटफार्म है। यहां मध्य प्रदेश के सभी जागरूक नागरिक सरकारी नीतियों की समीक्षा करते हैं। सुझाव देते हैं एवं समस्याओं की जानकारी देते हैं। पत्र लेखक के विचार उसके निजी होते हैं। इससे पूर्व प्रकाशित हुए खुले खत पढ़ने के लिए कृपया Khula Khat पर क्लिक करें. यदि आपके पास भी है कुछ ऐसा जो मध्य प्रदेश के हित में हो, तो कृपया लिख भेजिए हमारा ई-पता है:- editorbhopalsamachar@gmail.com

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