भोपाल। मंदसौर के बाद उज्जैन और नीमच में भी ओलावृष्टि के कारण फसलें तबाह हो गई। खेतों में मंजर बिल्कुल वैसा ही है जैसा रूस के हमले के बाद यूक्रेन के शहरों का दिखाई दे रहा है। वहां आसमान से बम गिरे हैं और यहां ओले। शहरों में पांच राज्यों के चुनाव परिणाम को लेकर जश्न और मातम का माहौल है लेकिन गांव में किसान अपनी फसल की रक्षा के लिए मौसम से जूझ रहा है।
उज्जैन में ओले गिरे- गेहूं, चना, प्याज और आलू की फसलों को नुक्सान
किसान जितेंद्र ठाकुर ने बताया कि गेहूं, चना, प्याज और आलू की फसलें खड़ी हैं। गेहूं तो कटने को है। ओले गिरने से गेहूं को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। उज्जैन में सबसे ज्यादा खाचरौद तहसील के गांव प्रभावित हुए हैं। घिनोदा, बटलावाडी में ज्यादा नुकसान है।
नीमच में- गेहूं, सरसों, लहसुन, ईसबगोल की फसल बर्बाद
बुधवार रात नीमच सहित आसपास के क्षेत्र में बारिश के साथ मक्का के आकार के ओले गिरे। सुबह खेतों में गेहूं, सरसों, लहसुन, ईसबगोल की फसल आड़ी हो गई। अफीम पौधों में लगे डोडे टूट गए। इससे पहले मंदसौर, खंडवा और कई जिलों में ओलावृष्टि हो चुकी है।
ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान का मुद्दा विधानसभा में गूंजा
राजगढ़ में ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का शून्यकाल में प्रियव्रत सिंह ने उठाया मुद्दा सरकार से तत्काल सर्वे कराने की की मांग। संसदीय कार्य मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी कलेक्टरों को तत्काल सर्वे प्रारंभ कराने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में किसानों की सरकार है। किसी को भी परेशान नहीं होने दिया जाएगा। नुकसान की क्षतिपूर्ति की जाएगी।
MP WEATHER FORECAST- 22 जिलों में भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना
ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिंड, श्योपुर, सीहोर, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, उज्जैन, धार, देवास, नीमच, मंदसौर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी जिला में आंधी और बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम केंद्र भोपाल का कहना है कि इन जिलों में लगभग 40 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से आंधी चलने और बारिश के साथ साथ वज्रपात की भी संभावना है। नागरिकों से अपील है कृपया सावधान रहें। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.