जबलपुर। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा 161 शिक्षकों को भेजे गए नोटिस और फिर एक दिन का वेतन काटे जाने से शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। शिक्षा विभाग अब नोटिस पर ही सवाल उठा रहे हैं। शिक्षकों को कहना है कि जिन शिक्षकों की बोर्ड परीक्षाओं में ड्यूटी लगी थी उन्हें भी अनुपस्थित बताकर एक दिन का वेतन काटने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जबकि स्कूल प्राचार्यों ने परीक्षा ड्यूटी में होने की पुष्टि की थी।
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शिक्षकों ने बताया कि 23 और 24 मार्च को शिक्षा विभाग की अलग-अलग दलों द्वारा करीब 600 स्कूलों का निरीक्षण किया गया था। स्कूलों में शिक्षकों की अनुपस्थित को देखते हुए 10 मार्च को 161 शिक्षकों को नोटिस कारण बताओ नोटिस जारी किए गए। शिक्षकों ने नोटिस का जबाव भी दिया। लेकिन संतोषजनक जबाव न मिलने का हवाला देते हुए 17 मार्च को शिक्षकों को एक दिन का वेतन काटने के नोटिस जारी कर दिए गए।
शिक्षकों ने नोटिस का जवाब दिया, फिर भी वेतन काटने के आदेश
एक दिन का वेतन काटे जाने से शिक्षकों में नाराजगी है। खासतौर से उन शिक्षकों में जो उस दिन परीक्षा ड्यूटी में थे। शिक्षकों का कहना है कि 161 में से 10 से 15 शिक्षकों की उन दिनों परीक्षा ड्यूटी लगी हुई थी। कुछ ने चिकित्सकीय अवकाश ले रखा था। फिर भी निरीक्षण टीम की रिपोर्ट पर पहले उन्हें नोटिस दिए गए और फिर एक दिन का वेतन काटने के आदेश कर दिए गए। जबकि नोटिस के जबाव में स्कूलों के प्राचार्यों ने भी ये लिखकर दिया था कि शिक्षक परीक्षा ड्यूटी कर रहे थे। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी पूरी कार्रवाई को जिला पंचायत सीईओ के निर्देश पर करने की बात कह रहे हैं।
Statement of district education officer Jabalpur
स्कूलों का निरीक्षण कराया गया था जो शिक्षक स्कूलों में नहीं मिले उन्हें नोटिस जारी किए गए थे। जिला पंचायत सीईओ के निर्देश पर ही एक दिन का वेतन काटने के कार्रवाई की गई है। घनश्याम सोनी, जिला शिक्षा अधिकारी जबलपुर कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP karmchari news पर क्लिक करें.