पानी की भाप में आग क्यों नहीं लगती, जबकि उसमें ज्वलनशील हाइड्रोजन गैस होती है- GK in Hindi

कदम कुमार प्रजापति
ने प्रश्न किया है कि जब पानी (H2O) को जब गर्म किया जाता है तो यह गैसीय अवस्था में पहुंच जाता है जिसे भाप कहते हैं। भाप में (गैसीय अवस्था में) हाइड्रोजन और ऑक्सीजन होती। हम जानते हैं कि हाइड्रोजन गैस तुरंत आग पकड़ती है लेकिन जब इस गैस (भाप) में आग को ले जाते है तो इसमें उपस्थित हाइड्रोजन जलती नही है। ऐसा क्यों क्यों ?, आइए इस प्रश्न का उत्तर तलाश करते हैं:- 

सबसे पहले समझिए, पानी कैसे बनता है 

हमारे वैज्ञानिकों ने यह तो पता लगा लिया कि पानी का फार्मूला H2O है यानी, पानी के अंदर Hydrogen और Oxygen का अनुपात 2:1 होता है, परंतु इस फार्मूले के आधार पर आज तक दुनिया का कोई भी वैज्ञानिक किसी भी प्रयोगशाला में पानी नहीं बना पाया। पानी को आज भी नेचुरल सोर्स से ही प्राप्त किया जाता है। यदि अपन इस सवाल (Hydrogen और Oxygen को मिलाकर प्रयोगशाला में पानी क्यों नहीं बनाया जा सकता) का जवाब तलाश करेंगे तो अपन को अपने प्रश्न (पानी की भाप में मौजूद हाइड्रोजन गैस में आग क्यों नहीं लगती) का उत्तर मिल जाएगा। 

वैज्ञानिकों द्वारा स्पष्ट किया जा चुका है कि पानी में हाइड्रोजन अपने मूल स्वरूप में नहीं होती बल्कि ऑक्सीजन के साथ एक विशेष प्रक्रिया से गुजरने के बाद केवल उसके अवशेष (राख) होते हैं, और अपन यह तो जानते ही हैं कि राख में आग नहीं लगती। यही कारण है कि आग को बुझाने के लिए पानी (राख) का उपयोग किया जाता है। अब यदि पानी को उबालेंगे तो उससे जो भाप उत्पन्न होगी। उसमें भी हाइड्रोजन और ऑक्सीजन अपने मूल स्वरूप में नहीं होंगे बल्कि उनके अवशेष (राख) होंगे, और यह बताने की जरूरत ही नहीं कि जो चीज पहले से ही जल कर राख बन चुकी हो, वह दोबारा कैसे जल सकती है।

अपने प्रश्न को इस प्रकार भी समझ सकते हैं 

इसे हम अपने रोजमर्रा की जिंदगी से भी जोड़कर देखते हैं। उदाहरण के तौर पर जब हम गुड़ और घी को एक निश्चित मात्रा में मिलाकर उसका सेवन करते हैं तो उसकी तासीर बदल जाती है। यानी कि उसमें एक नया गुण उत्पन्न हो जाता है और गुड़ और घी के  जो अलग-अलग गुण होते हैं वो उसमे नहीं बचते।

इसी प्रकार जल या पानी में हाइड्रोजन के दो परमाणु और ऑक्सीजन का एक परमाणु होता है। जो कि एक निश्चित अनुपात में होते हैं। क्योंकि हाइड्रोजन और ऑक्सीजन एक निश्चित अनुपात में मिक्स हो चुके होते हैं इसलिए इस मिक्सचर का एक नया गुण, योगिक जल बन जाता है और हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन के स्वतंत्र व्यक्तिगत गुण समाप्त हो जाते हैं। 

इसलिए पानी में अथवा पानी की भाप में कभी आग नहीं लगती। ना ही पानी में से हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को निकाल कर उसका अलग अलग उपयोग किया जा सकता है। (इसी प्रकार की मजेदार जानकारियों के लिए जनरल नॉलेज पर क्लिक करें) Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (general knowledge in hindi, gk questions, gk questions in hindi, gk in hindi,  general knowledge questions with answers, gk questions for kids, ) :- यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com

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