भोपाल। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिऐ राज्य मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम परिषद के राज्य समन्वयक ने पंचायतों में भांप केन्द्र स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। सुबह-शाम भाप दी जाए तो लागों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सकता है।
मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम अन्तर्गत भोजन पकाने के उपयोग में लाए जाने वाले गैस कनेक्शन एवं कुकर का उपयोग किया जा सकता है। वर्तमान में शालाएं बंद है इसलिए रसोईया, गैस कनेक्शन एवं कुकर आदि के माध्यम से ग्राम पंचायत या अन्य शासकीय भवन में भाप केन्द्र स्थापित कर ग्रामीणों को भाप लेने की व्यवस्था की जाए।
भाप केन्द्र स्थापित करने के लिए पाईप (नली) की व्यवस्था ग्राम पंचायत या शाला में उपलब्ध एमएमई मद की राशि से की जा सकती है। भाप केन्द्र उन्हीं ग्राम पंचायतों में स्थापित किया जाए जो कोरोना संक्रमण से प्रभावित हैं। ऐसी ग्राम पंचायतों में शीघ्र भाप केन्द्र स्थापित किए जाएं। कार्य समाप्त होने के पश्चात गैस चूल्हा, सिलेण्डर व प्रेशर कुकर संबंधित शाला प्रभारी को वापस किए जाएं।
भाप केन्द्र में रसोईया एवं अन्य व्यक्ति की ड्यूटी लगाई जाए जो व्यवस्था की निगरानी रख सके। गैस कनेक्शन व कुकर अन्य कमरे में रखें तथा पाइप लाईन के माध्यम से दूसरे कमरे में भाप कनेक्शन दें। कुकर में पानी भरा रहे तथा गैस जलाते समय सुरक्षा नियमों का ध्यान रखें। कोरोना प्रोटोकाल का ध्यान रखकर सामाजिक दूरी बनाए रखें। साथ ही भाप केन्द्र पर सेनेटाइजर या हाथ धोने की व्यवस्था हो।
एक गैस कनेक्शन व कुकर पर अधिकतम तीन लोगों का भाप लेने की व्यवस्था रखें। गैस सिलेंडर की रिफलिंग ग्राम पंचायत निधि से की जाएगी। भाप केन्द्र की कार्यवाही प्रतिदिन शाम को पंचायत दर्पण पोर्टल पर अपडेट की जाए जिससे कि राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग की जा सके।