नए बजट में शिवराज सिंह को फायदा, ज्यादा कर्ज ले पाएंगे - MP NEWS

भोपाल
। पूरे देश में हर कोई नए बजट से अपने फायदे और नुकसान का आकलन कर रहा है। बाजार में किसी को फायदा हुआ हो या ना हो लेकिन मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को काफी फायदा हुआ है। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों की लोन लेने की लिमिट बढ़ा दी है। बीते साल की तुलना में इस साल 13000 करोड़ रुपए ज्यादा लोन ले पाएंगे। 

1% लिमिट बढ़ने से 13000 करोड़ रुपए का फायदा

केंद्रीय बजट में राज्यों को सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का उधार लेने की सीमा को बढ़ा कर 4% तक कर दिया गया है। यानी मप्र सरकार अगले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 13 हजार करोड़ रुपए अतिरिक्त लोन बाजार से ले सकेगी। इस राशि को केवल विकास कार्यों में ही खर्च किया जा सकेगा। वर्तमान में कर्ज की सीमा जीडीपी का 3% है। इस हिसाब से सरकार अब तक अधिकतम करीब 24 हजार करोड़ रुपए तक कर्ज ले सकती थी, लेकिन अब यह बढ़कर 37 हजार करोड़ रुपए हो गई है। 

मध्य प्रदेश में विकास होगा रोजगार बढ़ेंगे: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मोदी सरकार ने कोरोना संकट के बीच राज्यों को वित्तीय राहत दी है। पूंजीगत व्यय से तेजी से आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा। केंद्र सरकार द्वारा वित्तीय विकास संस्थान का गठन किया जाएगा। इससे पूंजीगत योजनाओं के लिए दीर्घकालीन ऋणों की व्यवस्था हो सकेगी। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर आई है। उन्होंने कहा - कोरोना महामारी में ध्वस्त अर्थव्यवस्था को देखते हुए आमजन को राहत देने के लिए इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है।

शिवराज सरकार के बजट में दिखेगा फायदे का सौदा

बाजार से कर्ज लेने की सीमा बढ़ाए जाने से मप्र के बजट पर इसकी छाया दिखेगी। सरकार अब बजट में 13 हजार करोड़ की अतिरिक्त रशि का प्रावधान कर सकेगी। यानी सरकार नगर निगम चुनाव से पहले बजट के माध्यम से कई विकास योजनाओं की घोषणा कर सकती है। मुख्यमंत्री ने 31 मार्च 2021 तक प्रदेश में बड़े प्रोजेक्ट जो पूरे हो सकते हैं, इसके लिए राशि जल्द रिलीज करने की मांग वित्त मंत्री से की थी। केंद्र परफाॅर्मेंस के आधार पर राज्यों को राशि स्वीकृत करती है। मप्र ने केंद्र की योजनाओं के क्रियान्वयन में बेहतर प्रदर्शन किया है। इस हिसाब से मप्र ने केंद्र से 1600 करोड़ रुपए मांगे थे, लेकिन इसमें से 660 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए।

मध्य प्रदेश की जनता पर अब तक 2 लाख 8 हजार करोड़ रुपए का कर्ज

शिवराज सरकार 10 माह के कार्यकाल में 17,500 करोड़ रुपए कर्ज ले चुकी है। इस तरह मप्र सरकार पर कुल कर्ज का बोझ 2 लाख 8 हजार करोड़ रुपए हो चुका है। बावजूद सरकार मार्च 2021 तक 1373 करोड़ रुपए का कर्ज और ले सकती है। मध्य प्रदेश सरकार को केंद्र सरकार ने एक माह पहले खुले बाजार से 2,373 करोड़ का अतिरिक्त कर्ज लेने की अनुमति दे दी थी। नगरीय निकाय चुनाव से ठीक पहले केंद्र ने यह अनुमति देकर शिवराज सरकार को बड़ी राहत दी है।

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