न्यू बिरला कार्पोरेशन के संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज - GWALIOR NEWS

ग्वालियर
। सिटी सेंटर इलाके में थोक सीमेंट का कारोबार करने वाले कारोबारी ने एक ठेकेदार को सीमेंट बेचने के नाम पर 5 लाख 75 हजार रुपए का चूना लगा दिया। जब ठेकेदार को न तो सीमेंट मिली और न ही कारोबारी ने रकम वापस की तो ठेकेदार थाने में जाकर खड़ा हो गया। पीडि़त की शिकायत पर थाना विश्व विद्यालय पुलिस ने जांच के बाद आरोपी कारोबारी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में ठगी का मामला दर्ज कर तलाश शुरु कर दी है।

थाना विवि पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रवि सिकरवार निवासी न्यू फोर्ट कॉलोनी का विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के जद में आने वाले सिटी सेंटर इलाके में न्यू बिरला कार्पोरेशन नाम से फर्म है और वे सीमेंट का होलसेल कारोबार करते हैं। आज से ढ़ाई साल पहले सन् 2018 जून में पेशे से ठेकेदार लक्ष्मणराव पुत्र राजेश्वर राव शिंदे को किसी साइड पर चल रहे निर्माण काम के लिए सीमेंट की जरुरत थी, इसलिए लक्ष्मणराव होलसेल में सीमेंट की खरीदी करने रवि सिकरवार के सिटी सेंटर ऑफिस पहुंचे थे। जहां दोनों में सीमेंट खरीदी की डील तय होने के बाद ठेकेदार लक्ष्मण राव ने उन्हें सीमेंट की खेप के एवज में 5 लाख 75 हजार रुपए नगद दिए थे। रवि ने उन्हें आश्वासन दिया था कि जल्द ही सीमेंट की सप्लाई कर दी जाएगी।

न सीमेंट मिली न वापस रकम

सीमेंट के एवज में रकम का भुगतान करने के बाद जब लक्ष्मण राव को सीमेंट की सप्लाई कारोबारी रवि सिकरवार द्वारा कई महीनों के बाद भी नहीं की गई तो लक्ष्मणराव उनके पास पहुंचे और उनसे दी गई रकम वापसी की मांग की। तो उल्टे ही आरोपी रवि सिकरवार ने उनके साथ मारपीट कर ऑफिस से भगा दिया।

जांच के बाद दर्ज हुआ ठगी का मामला

इस मामले की शिकायत पीडि़त ठेकेदार ने थाना विश्वविद्यालय में की थी। पीडि़त द्वारा की गई शिकायत के बाद जब पुलिस ने इस मामले में जांच की तो पूरा मामला ठगी का सामने आया। ठगी का मामला सामने आते ही थाना विवि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 420, 406, 294 व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरु कर दी है। 

कई लोगों के साथ की धोखाधड़ी

धोखाधड़ी का मामला थाने पहुंचने व आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की बात अन्य पीडि़तों को पता चली वैसे ही आरोपी द्वारा की गई धोखाधड़ी का शिकार बने लोग भी थाने आवेदन लेकर पहुंच गए। इन सभी आवेदनों की पड़ताल थाना विवि पुलिस ने शुरु कर जांच में जुट गई।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !