घर में दीवार घड़ी किस दिशा में लगानी चाहिए - शुभ अशुभ विचार - VASTU TIPS HINDI

इन दिनों पूरे भारतवर्ष में दीपावली की तैयारियां चल रही है। लॉकडाउन और बरसात के कारण घर काफी अस्त-व्यस्त हो गया इसलिए इस बार उसे पिछले साल से ज्यादा ध्यान पूर्वक व्यवस्थित किया जा रहा है। अपने पाठकों की मदद करने के लिए हम लगातार कुछ खास किस्म के टिप्स उपलब्ध करा रहे हैं। आज यह तय करेंगे कि घर में दीवार घड़ी कहां लगाएं और कहा नहीं लगाएं। वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ अशुभ पर विचार करेंगे:- 

✔ दीवार घड़ी घर की दक्षिण दिशा वाली दीवार पर कभी नहीं होनी चाहिए। यदि दक्षिण की दीवार पर घड़ी लगी हुई है तो वह घर में नकारात्मक ऊर्जा की वृद्धि करती है। 
✔ अच्छी बात यह है कि उत्तर दिशा, पूर्व दिशा एवं पश्चिम दिशा वाली दीवार पर घड़ी लगाई जा सकती है। तीनों दिशाएं शुभ मानी गई है। 
✔ वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा के अलावा किसी भी दिशा में दीवार घड़ी को लगाने से सुख एवं समृद्धि की वृद्धि होती है। 
✔ दीवार पर कभी भी बंद घड़ी नहीं होना चाहिए। यदि घड़ी बंद हो गई है तो तत्काल उसका सेल बदल दे। यदि ऐसा नहीं कर सकते तो गाड़ी को उतार कर उसे छुपाकर ऐसी जगह रख देंगे नजर नहीं जाती। दीवार पर टंगी हुई बंद घड़ी धन के प्रवाह को रोक देती है।
✔ दीवार घड़ी कारण नीला, काला और नारंगी नहीं होना चाहिए। समय चक्र के लिए यह रंग अच्छे नहीं है। इन रंगों से नकारात्मक ऊर्जा उत्सर्जित होती है। 
✔ बिस्तर के सिरहाने वाली दीवार पर घड़ी नहीं होना चाहिए। ऐसी घड़ी बिस्तर पर सोने वाले व्यक्ति में मानसिक विकार उत्पन्न करती है।
✔  पेंडुलम वाली घड़ी लगाने से व्यक्ति के जीवन का बुरा समय दूर होता है अौर उन्नति के नए अवसर मिलते हैं।

क्या दरवाजे के ऊपर दीवार घड़ी लगा सकते हैं 

वास्तु शास्त्र के अनुसार दीवार घड़ी दीवार पर लगाया जाना चाहिए, दरवाजे के ऊपर कतई नहीं लगाना चाहिए। यदि दरवाजे के ऊपर दीवार घड़ी लगाई जाती है तो व्यापार में घाटा, आर्थिक नुकसान, चोरी आदि का भय होता है। इसके अलावा घड़ी के नीचे दरवाजे से गुजरने वाले लोगों के जीवन में तनाव बढ़ता जाता है। 

कुछ लोग घड़ी को IST से 5 मिनट आगे क्यों सेट करते हैं 

बहुत सारे लोग ऐसा करते हैं परंतु उन्हें यह पता नहीं होता कि वास्तु शास्त्र के अनुसार है यह एक शुभ कार्य है। यदि आप घर में स्थापित की गई दीवार घड़ी को भारतीय मानक समय (संक्षेप में आइएसटी) (अंग्रेज़ी: Indian Standard Time इंडियन् स्टैंडर्ड् टाइम्, IST) पर सेट कर देते हैं तो घर के स्वामी के जीवन में बाधाएं उत्पन्न हो जाती हैं। जीवन में संघर्ष बढ़ जाता है। रिश्तो में भी तनाव आने लगता है। चाहे केवल 1 मिनट आगे रहे परंतु घर की घड़ी IST से आगे होना चाहिए। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article

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