भोपाल। विधानसभा यानी वह सदन जहां मध्य प्रदेश के भाग्य और भविष्य का फैसला लिया जाता है, के शीतकालीन सत्र के आयोजन पर कोरोनावायरस के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। यदि पॉजिटिव निकला तो सत्र स्थगित किया जा सकता है और यदि नेगेटिव निकला तब भी औपचारिकता के लिए सत्र का आयोजन किया जाएगा।
शीतकालीन सत्र आयोजित हुआ तो क्या होगा
संसदीय कार्य विभाग ने इस संबंंध में कार्यवाही शुरू कर दी है। संसदीय कार्य विभाग ने सत्र को लेकर फाइल संसदीय कार्य मंत्री के पास भेजी है। सत्र कब होना है, कितने दिन का होना है या अभी नहीं होना है, यह तय करने के लिए ही फाइल भेजी गई है। इसमें कहा गया है कि आगामी सत्र में नए चुने गए विधायकों को शपथ दिलाना है और अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव कराना है। सत्र और तारीख के संबंध में अंतिम फैसला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लेंगे। सूत्रों के अनुसार 21 से 24 दिसंबर तक 4 दिवसीय सत्र बुलाया जा सकता है।
कोरोनावायरस के नाम पर सत्र को टाला जा सकता है
कोरोना की स्थिति को देखते हुए संसद का शीतकालीन सत्र स्थगित कर दिया गया है। मप्र विधानसभा के आगामी सत्र को लेकर भी यह संशय है क्योंकि कोरोना के कारण पिछला सत्र एक दिन में ही हो गया। इससे पहले एक सत्र कोरोना की वजह से ही निरस्त कर दिया गया था।
रामेश्वर शर्मा के नाम सबसे लंबे समय तक प्रोटेम स्पीकर का रिकॉर्ड
अभी रामेश्वर शर्मा प्रोटेम स्पीकर हैं। वे सबसे लंबे समय तक प्रोटेम स्पीकर के पद पर रहने वाले नेता हैं। जगदीश देवड़ा ने मंत्री बनने पर प्रोटेम स्पीकर पद से इस्तीफा दिया था, उसके बाद 2 जुलाई से श्री रामेश्वर शर्मा यह पद संभाल रहे हैं।