BHOPAL के कॉलेज और हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों को शिकार बनाता गिरोह

भोपाल
। क्राइम ब्रांच ने आज एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो दूसरे शहरों से भोपाल में पढ़ने के लिए आने वाली लड़कियों को अपना शिकार बनाता था। पहले दोस्ती करके लड़कियों की मदद करते हैं, फिर धीरे-धीरे ड्रग्स देने लगते हैं। जब लड़की ड्रग्स की आधी हो जाती है तो फिर अपना खेल शुरू करते हैं। जिस तरह की लड़की जाल में फंसी है उस तरह का काम लिया जाता है। लड़की यदि गरीब है तो उसे अमीर लड़कियों को फंसा कर लाने के काम पर लगाया जाता है। यदि अमीर है तो मोटी रकम और क्या-क्या होता इसका खुलासा इन्वेस्टिगेशन के दौरान होगा।

हुक्का लाउंज में लेट नाइट पार्टी से मिला क्लू

एएसपी क्राइम ब्रांच गोपाल धाकड़ ने बताया कि भोपाल में लंबे समय से हुक्का लाउंज, बार, क्लब और पार्टियों में नाबालिग लड़कियों के होने की शिकायत मिल रही थी। इनमें ज्यादातर बाहर से यहां पढ़ने आने वाली छात्र-छात्राएं थीं। पिछले दिनों टीटी नगर इलाके में भी हुक्का लाउंज में कार्रवाई के दौरान कई नाबालिग छात्राएं मौके से मिली थी। इस मामले में जब जांच शुरू की गई तो अशोका गार्डन इलाके से कुछ लड़कियों के इसमें शामिल होने का पता चला। उन लड़कियों से चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पहले वह उनके चंगुल में फंसी। उन्हें ड्रग्स लेने की आदत हो गई। उसके बाद इसी का फायदा उठाकर अब उनसे दूसरी लड़कियों को फंसाकर ड्रग्स सप्लाई करवाई जाती है।

क्राइम ब्रांच ने गुरुवार रात भोपाल के रचना नगर से इंदौर के आजाद नगर में रहने वाले रफीक (40 साल) को भोपाल के बुधवारा से और आमिर अली (31 साल) को गिरफ्तार किया। रफीक इंदौर का ड्रग्स का बड़ा सप्लायर है। उसका एक साथी मौके से बच निकला। उसके पास से कट्‌टा और कारतूस भी मिले हैं। इधर, आमिर अली के पास से भी हथियार और ड्रग्स पुलिस ने जब्त की। आमिर सीहोर में एक हत्या के मामले में जमानत पर चल रहा है। आमिर की निशानदेही पर चटाईपुरा से आसिफ उल्ला और बुधवारा से सौरभ गुप्ता को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि तस्करी के दौरान पकड़े जाने के डर से वह यह हथियार रखते हैं।

ड्रग तस्करों के निशाने पर दो तरह की लड़कियां रहती हैं। इसमें एक अमीर घर की लड़कियां और दूसरी बाहर से आने वाली। अमीर घराने की लड़कियों से ड्रग्स के नाम पर पैसा निकलवाते हैं। जबकि दूसरे छोटे शहरों और गांवों से आने वाली लड़कियों को वह शहर की लाइफ स्टाइल के मोह में फंसा कर उनसे दूसरी लड़कियों को ड्रग्स का आदी बनवाने का काम करवाते हैं। लड़कियों को इसलिए फंसाया जाता है, क्योंकि इससे कॉलेज और स्कूल के लड़के आसानी से फंस जाते हैं।

सभी तरह का सूखा नशा मिल जाता है इनके पास

ड्रग्स को सूखा नशा भी कहा जाता है। यह सीधे नसों से होते हुए दिमाग तक पहुंचता है। क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े आरोपियों के पास ब्राउन शुगर, अफीम समेत सभी तरह के सूखे नशे की खेप और जानकारी मिली है। इन तस्करों के तार मध्य प्रदेश ही नहीं देश के अन्य राज्यों के तस्करों से भी जुड़े हुए हैं। भोपाल में मुख्य रूप से इंदौर से स्मैक और ड्रग्स सप्लाई होती है। अब क्राइम ब्रांच इन के सहारे प्रदेश में फैले नशे के जाल को तोड़ने की कोशिश में लग गई है। अब तक पूछताछ में करीब 10 बड़े तस्करों का पता क्राइम ब्रांच को पता चला है।
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