पं. संजय शिवशंकर दवे ने बताया इस बार राखी पर्व पर सूर्य और शनि का सप्त सप्तम योग, बुध आदित्य योग सहित मकर राशि के चंद्रमा में होने से सभी मनोकामना की पूर्ति समृद्धि की प्राप्ति होगी। खुशहाली, आरोग्यता की प्राप्ति, मनोअनुकूल कामनाओं की पूर्ति सहित पूर्व क़े सभी जाने अनजाने अपराधों की क्षमा के लिए पौधे व वृक्षों को राखी बांधना अत्यंत शुभकारी रहेगा।
उन्होंने बताया ब्राह्मण वर्ण के लिए यह त्यौहार सर्वोपरि होता है क्योंकि इस दिन सभी ब्राह्मणजन मिलकर सामूहिक रूप से श्रावणी उपाकर्म सभी देवताओं का सभी ऋषियों का और सभी पितरों का तर्पण करते हैं और पूर्व मे वर्ष भर में हुए जाने-अनजाने अपराधों के लिए क्षमा प्रार्थना करते हैं। सर्वप्रथम रक्षा सूत्र ब्राह्मण देव के द्वारा बनवाकर सप्त ऋषि को रक्षा सूत्र समर्पित करते हैं। इसके बाद ही राखी पर्व को मनाते हैं।
किन राशि की जातिका को कौन से पौधे वृक्ष को राखी बांधना चाहिए
मेष- अनार, गूलर, चंदन
वृषभ- अशोक, चमेली, इमली
मिथुन- आंवला, बादाम
कर्क- चंदन, आंकड़े, बिल्वपत्र
सिंह- सफेद आंकडा, बरगद
कन्या- आंवला, अमरूद
तुला- अशोक, पलाश
वृश्चिक- अनार, गुलर
धनु- पीपल, तुलसी, केला
मकर- शमी, नीम
कुम्भ- शमी, आम्र, गुलमोहर
मीन- बरगद, तुलसी, पीपल