जबलपुर। क्यूआर (क्विक रिस्पांस) कोड से लैस 8500 ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड की पहली खेप आरटीओ कार्यालय पहुंच चुकी है। आवेदकों को क्यूआर कोड से लैस लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड बनाकर दिए जाने लगे हैं। नए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की खासियत यह है कि देशभर में एक ही रंग, रूप के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड होंगे। वहीं डिफाल्ट यानी फर्जी लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन कार्ड पर भी रोक लगेगी। आवेदक अपने स्मार्ट फोन से भी क्यूआर कोड को स्कैन कर असली-नकली की पहचान कर सकेंगे। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों भी आसानी से पकड़ में आएंगे।
5 हजार आरसी, 3500 लाइसेंस मिले
भोपाल में ऑल इंडिया फार्मेट पर नए लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन कार्ड का शुभारंभ होने के बाद जबलपुर आरटीओ कार्यालय में 5 हजार रजिस्ट्रेशन कार्ड और 3500 ड्राइविंग लाइसेंस कार्ड मिलते ही उस पर प्रिटिंग कर आवेदकों को नए कार्ड दिए जाने लगे हैं। शनिवार को 800 ड्राइविंग लाइसेंस और 450 रजिस्ट्रेशन कार्ड जारी किए गए।
कोड स्कैन करते ही सामने होगी पूरी कुंडली
- क्यूआर कोड को मोबाइल एप से स्कैन करने पर जिसके नाम से ड्राइविंग लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन कार्ड होगा उसका नाम, पता, वाहन संख्या, रजिस्ट्रेशन संख्या के साथ ही कार्ड जारी होने और खत्म होने की पूरी जानकारी सामने आ जाएगी।
-दलालों के जरिए यदि किसी ने लाइसेंस बनाया और यदि वह डिफाल्ट या फर्जी हुआ तो उसका भी आसानी से पता चल जाएगा।
- अब देशभर में एक ही रंग, रूप के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड होंगे। जिनका पूरा डाटा आरटीओ सहित परिवहन विभाग के इंदौर मुख्यालय के सर्वर में मौजूद रहा।
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ऑल इंडिया फार्मेट पर लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन कार्ड आवेदकों को बनाकर दिए जाने लगे हैं। इनमें दिए क्यूआर कोड से वास्तविक आवेदकों को पहचाने में मदद मिलेगी।
संतोष पॉल, आरटीओ