एमपी बोर्ड: 90% से ज्यादा वालों की कॉपी दोबारा चेक होगी | MP NEWS

भोपाल। Madhya Pradesh Board of Secondary Education इस बार हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के मामले में सजग होता दिखाई दे रहा है। पिछले साल माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश को हाईकोर्ट ने जमकर लताड़ लगाई थी। सोशल मीडिया पर भी एमपी बोर्ड की काफी किरकिरी हुई थी। इसलिए इस बार बोर्ड ने फैसला लिया है कि जिन स्टूडेंट्स के 90% से ज्यादा नंबर आएंगे। उनकी कॉपियां दोबारा चेक की जाएंगी। 

माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्यप्रदेश का मूल्यांकन 21 मार्च से

दूसरी बार मूल्यांकन में इसमें मूल्यांकनकर्ता काली स्याही का उपयोग करेगा ताकि अंकों की गणना ठीक से की जा सके। यही नहीं, अगर मूल्यांकन में गलती करते हैं तो प्रति अंक के हिसाब से 100 रुपए काटे जाएंगे। माध्यमिक शिक्षा मंडल मप्र भोपाल द्वारा बोर्ड की कक्षा 10वीं व 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं का पहले चरण का मूल्यांकन 21 मार्च से शुरू किया जा रहा है। 

इसमें बताया गया कि उत्तर पुस्तिकाओं के गलत मूल्यांकन व उस उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति प्राप्त उच्च न्यायालय द्वारा ना केवल पुनर्मूल्यांकन के आदेश दिए गए। बल्कि गलती करने वाले मूल्यांकनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई के भी आदेश दिए गए। इसका असर यह हुआ कि बोर्ड को उन परीक्षार्थियों की कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन कराना पड़ा इसमें परिणाम भी उलट रहे। मेरिट सूची तक पहुंच गए। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस साल ऐसी गलती ना दोहराई जाए। 

इस बात को ध्यान में रखकर मूल्यांकनकर्ता को प्रतिदिन के मूल्यांकन की रिपोर्ट मूल्यांकन अधिकारियों को अनिवार्य रूप से विषयवार लिखवाना होगी। यह रिपोर्ट समन्वयक संस्था के गोपनीय कक्ष में जमा होगी। मुख्य परीक्षक 90 या इससे अधिक अंक पाने वाले परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच दोबारा कराएंगे। यदि कोई मूल्यांकनकर्ता, मुख्य परीक्षक,उप परीक्षक जांच में लापरवाही बरतता है तो उनके विरूद्ध मंडल द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। दोबारा कॉपी जांचने के लिए उन्हें काली स्याही का उपयोग करना होगा।

तीन चरणों में होगा मूल्यांकन

पहले चरण में 10 वीं,12वीं के 17 अप्रैल तक हुए प्रश्नपत्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच 21 अप्रैल से शुरू होगी। दूसरे चरण में 18 मार्च से 31 मार्च तक के प्रश्नपत्रों की उत्तर पुस्तिकाओं व तीसरे चरण में मूक बधिर छात्र-छात्राओं द्वारा 2 मार्च से 11 अप्रैल तक दी गई परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच 17 अप्रैल से होगी। 

45 से अधिक उत्तर पुस्तिकाएं नहीं जांच सकेगा

मुख्य परीक्षक एक मूल्यांकनकर्ता को एक दिन में केवल 30 उत्तर पुस्तिकाएं ही जांचने के लिए देगा। इसके बाद भी कोई मूल्यांकनकर्ता 15 और कॉपियां लेना चाहे तो ले सकेगा। कोई भी मूल्यांकनकर्ता एक दिन में 45 से अधिक पुस्तिकाएं नहीं जांच सकेगा।

एवरेज मार्किग की तो मूल्यांकनकर्ता को बदलेंगे

मूल्यांकनकर्ता एवरेज नंबर तो नहीं दे रहा। ऐसा करने पर उसे तत्काल इस कार्य से हटा दिया जाएगा। मूल्यांकनकर्ता अगर प्रश्न के उत्तर की जांच के बाद भी अंक नहीं देता,अंको को योगा गलत करता है,प्रश्न को जांचने से छोड़ता है तो उसे प्रति अंक 100 रुपये का जुर्माना भुगतान होगा।

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