नई दिल्ली। उत्तराखंड में प्रमोशन से रोक हटाने की मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल को धार देने के लिए कर्मचारियों ने 12 मार्च से आवश्यक सेवाएं ठप करने का एलान किया है। उत्तराखंड जनरल ओबीसी इम्पलाइज एसोसिएशन ने स्वास्थ्य, बिजली, पानी की सेवाएं बाधित करने के साथ ही रोडवेज और सरकारी वाहनों के पहिए जाम करने का निर्णय लिया है।
सोमवार को जनरल ओबीसी इम्पलाइज एसोसिएशन और उच्च अधिकार प्राप्त संयोजक मंडल के घटक संघों की बैठक में आंदोलन तेज करने की रणनीति बनाई गई। एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक जोशी की अध्यक्षता में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि 12 से प्रदेश के जनरल ओबीसी कर्मचारी सभी आवश्यक सेवाएं बाधित कर देंगे। इसी दिन जिलों में शाम छह बजे मशाल जुलूस निकाला जाएगा।
14 व 15 मार्च को जनरल व ओबीसी कर्मचारी अपने-अपने मोहल्लों व कालोनियों में युवाओं को आंदोलन से जोड़ने के लिए जनजागरण अभियान चलाएंगे। 15 मार्च को सभी जिलों में दुपहिया वाहन रैली निकाली जाएगी। 17 मार्च को जनपद स्तर पर कर्मचारी अपने परिवार के साथ धरने पर बैठेंगे। 22 मार्च को जनरल, ओबीसी, अखिल भारतीय समानता मंच और आंदोलन विरोधी संगठन देहरादून में रैली निकाल कर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।
फॉरेस्ट गार्ड भर्ती की सीबीआई जांच की मांग
फॉरेस्ट गार्ड भर्ती की लिखित परीक्षा को निरस्त करने की मांग को लेकर बेरोजगार युवा संघ के आंदोलन का जनरल ओबीसी इम्पलाइज एसोसिएशन ने समर्थन किया है। एसोसिएशन ने मामले की सीबीआई से निष्पक्ष जांच कराने की मंाग की है।
बोर्ड परीक्षा ड्यूटी में तैनात टीचरों को आंदोलन में छूट
एसोसिएशन ने निर्णय लिया कि बोर्ड परीक्षा में तैनात टीचरों को ड्यूटी समय तक आंदोलन में शामिल न होने की छूट रहेगी। ड्यूटी पूरी होने के बाद टीचर भी आंदोलन में भाग लेंगे।
बैठक में ये कर्मचारी नेता रहे मौजूद
जनरल ओबीसी इम्पलाइज एसोसिएशन के महासचिव वीरेंद्र गुसाईं, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर प्रहलाद सिंह, जिला अध्यक्ष चौधरी ओमवीर सिंह, महामंत्री शक्ति प्रसाद भट्ट, पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के अध्यक्ष प्रताप सिंह पंवार, उत्तराखंड मिनिस्टीरियल फेडरेशन के महामंत्री पूर्णानंद नौटियाल, हरीश चंद नौटियाल, डीएस सरियाल, सचिवालय संघ से जेपी मैखुरी, सिंचाई विभाग कर्मचारी संघ से रमेश रमोला, सेवानिवृत्त कर्मचारी संगठन से दिनेश भंडारी, कलेक्ट्रेट मिनिस्टीरियल संघ से केशव गैरोला, प्रांतीय उपाध्यक्ष बृजमोहन विजल्वाण, रघुवीर सिंह बिष्ट, मुकेश ध्यानी, आशुतोष सेमवाल, अखिल भारतीय समानता मंच के महासचिव जेपी कुकरेती, उत्तराखंड आंदोलन कर्मचारी संगठन से जगमोहन सिंह नेगी, वाहन चालक संघ के महासचिव संदीप मौर्य, शंकर दत्त पाठक, वीके धस्माना आदि मौजूद रहे।