भोपाल। मध्यप्रदेश के मंदसौर में 12 साल के एक बालक की फांसी लगने के कारण मौत हो गई। छात्र एकांत में भगत सिंह का रोल प्ले कर रहा था। उसने एक फांसी का फंदा बनाया। भगत सिंह की तरह उसे चूमा और गले में डाल लिया। ठीक इसी समय अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और फांसी का फंदा उसके गले में फंस गया। छात्र की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
घटना का विवरण
मंदसौर पुलिस के मुताबिक, प्रियांशु ज्ञानसागर स्कूल में पढ़ाई करता था। वह खेत पर बने टपरे में अपने नाटक का वीडियाे देख रहा था। यहां उसने फांसी का सीन करने के लिए बल्ली पर रस्सी डाली। वह जिस खटिया पर खड़े होकर यह सीन कर रहा था वह दूसरी ओर से उठ गई और संतुलन बिगड़ने से फंदे पर झूूल गया। कुछ देर बाद वहीं काम कर रहे प्रियांशु के चाचा भारत लाल ने उसे देखा, तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। पुलिस को मौके पर एक मोबाइल मिला है, जिसमें भगत सिंह पर आधारित नाटक का वीडियो था।
स्कूल के वार्षिक उत्सव में अंग्रेज सिपाही का रोल प्ले किया था
स्कूल के प्राचार्य अरुण जैन ने बताया कि प्रियांशु के पिता विनोद मालवीय सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं। प्रियांशु तीन भाइयों में सबसे बड़ा था, लेकिन वह स्कूल कम ही आता था। उसके पिता के कहने पर ही हमने उसे नाटक में अंग्रेज सिपाही का रोल दिया था। नाटक में भी फांसी वाला कोई सीन नहीं था। प्रियांशु के मन में यह बात कहां से आई, यह हमारी भी समझ से परे है।