छिंदवाड़ा: ख़बर आ रही है कि छिंदवाड़ा जिले में पदस्थ होमगार्ड सैनिकों की नौकरी खतरे में है, इन दिनों दोहरी मार से जूझ रहे है। जहां पिछले दो माह से वेतन के लाले पड़े है तो वहीं अब मुख्यालय से आए एक आदेश ने उनकी एवं उनके परिवार के सदस्यों की नींद उड़ा दी है। इस आदेश में बताया गया है कि अब सभी सैनिकों का मेडिकल करवाया जाएगा। इस मेडिकल टेस्ट में उन्हें साबित करना होगा की वे सेवा योग्य हैं या नहीं। इस आदेश के बाद सैनिकों के एक दल ने छिंदवाड़ा स्थित सीएम हाउस में मुख्यमंत्री के ओएसडी संजय श्रीवास्तव से भेंट कर अपनी पीड़ा बताई।
होमगार्ड कार्यालय में वर्तमान में 218 सैनिक पदस्थ है। जिसमें अधिकांश सैनिक सालों से विभागीय कार्य करते चले आ रहे हे। इसके बाद भी उन्हें पिछले कुछ माह से समय पर वेतन न मिलने के कारण सैनिक और उनके परिवार के सदस्य आर्थिक तंगी से जूझते चले आ रहे हैं। सैनिकों के होश तो उस समय उड़ गए जब मुख्यालय से आए एक आदेश में कहा गया कि सभी सैनिकों का मेडिकल परीक्षण करवाया जाए। ताकि वे इस बात की पुष्टि हो सकें कि वे विभाग में सेवा के योग्य है।
जो सैनिक सेवा के योग्य नहीं होगा विभाग उसकी छंटनी कर देंगा
इस मामले में सैनिकों की माने तो जो सैनिक सेवा के योग्य नहीं होगा। विभाग उसकी छंटनी कर देंगा। इस आदेश के बाद भी सैनिको के माथे पर चिंता की लकीर साफ दिखाई दे रही है। मुख्यालय से आदेश के बाद छंटनी की आशंका के चलते शनिवार को सैनिकों का एक दल छिंदवाड़ा स्थित सीएम हाउस पहुंचा। जहां सीएम हाउस पहुंचे सैनिकों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी संजय श्रीवास्तव से भेंट की और उन्हें अपनी बातों से अवगत कराया।