ग्वालियर। एक नाबालिग लड़की से भागकर लव मैरिज करने वाले युवक की लाश ग्वालियर सेंट्रल जेल के एक पेड़ पर लटकी हुई मिली। उसे नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ पोस्को एक्ट की कार्रवाई की गई थी। 23 जनवरी को उसे जेल में लाया गया था और 26 जनवरी की शाम उसकी लाश पेड़ पर लटकी हुई मिली। प्राथमिक तौर पर तीन जेल प्रहरी सस्पेंड कर दिए गए हैं। मामले की विभागीय एवं मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है।
बैरक से गायब हुआ, पेड़ पर मिली लाश
ग्वालियर केंद्रीय जेल में बीती शाम तकरीबन पांच बजे जब बैरकों में लौट रहे कैदियों की गिनती हुई तो एक कैदी कम पाया गया। रजिस्टर से मिलान हुआ तो 20 साल का कैदी नरोत्तम रावत गायब मिला। वो अपने बैरक में नहीं था, लिहाजा प्रहरियों ने तलाश किया तो जेल अस्पताल के पीछे एक पेड़ पर नरोत्तम की लाश लटकी मिली। जेलर ने जेल अधीक्षक मनोज साहू को खबर दी। सूचना मिलते ही जेल अधीक्षक ने डीजी, कलेक्टर औऱ ग्वालियर एसपी को मामले की जानकारी दी। जेल अधीक्षक का कहना है 23 जनवरी को कोर्ट के आदेश पर बंदी नरोत्तम को ग्वालियर केंद्रीय जेल लाया गया गया था। 26 जनवरी की शाम साढ़े सात बजे नरोत्तम की लाश परिसर स्थित पेड़ पर लटकी मिली।
तीन जेल प्रहरी सस्पेंड, विभागीय जांच होगी
जेल अधीक्षक के मुताबिक नरोत्तम ग्वालियर जिले के इटमा गांव के रहने वाला था। जेल परिसर में फांसी लगाने की घटना गंभीर लापरवाही है। लिहाजा इस मामले में लापरवाही बरतने वाले एक मुख्य प्रहरी ओम प्रकाश सुमन, प्रहरी प्रेम नारायण गोयल और मनोज त्यागी को निलंबित कर दिया गया है। इन तीनों के खिलाफ विभागीय जांच भी की जाएगी।
क़ैदी की मौत पर मजिस्ट्रियल जांच शुरू
जेल प्रशासन से जानकारी मिलने के बाद बहोड़ापुर पुलिस ने कैदी नरोत्तम का शव पीएम के लिए भिजवाया। बहोड़ापुर थाना के सब इंस्पेक्टर डीएस शर्मा ने बताया कि इटमा गांव में मृतक के परिवार को खबर दी। शव की पीएम कराने के बाद रिपोर्ट के आधार पर मामले की जांच की जाएगी। मृतक के परिवार वालों का कहना है नरोत्तम की मौत के पीछे जेल प्रशासन की साजिश है।