भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पुलिस की सफलता उपद्रवियों को काबू करने में नहीं बल्कि उपद्रव को होने से पहले ही रोक लेने में है। अप्रिय स्थिति में डंडा लेकर सिंघम की तरह टूट पड़ने से ज्यादा बेहतर है समझदारी का उपयोग करें और अप्रिय स्थिति को बनने से पहले ही नियंत्रित कर ले। आज शुक्रवार दिनांक 20 दिसंबर 2019 को एक बार फिर भोपाल पुलिस ने यह कर दिखाया।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को फूल देकर धन्यवाद दिया
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हुआ। प्रदर्शनकारियों की संख्या 15 हजार के करीब थी। सभी ने बुलंद आवाज नागरिकता कानून के खिलाफ नारेबाजी की। सारे देश ने देखा कि ऐसे हालात में दिल्ली पुलिस स्थिति को नियंत्रण नहीं कर पाई थी परंतु भोपाल पुलिस ने अपने तरीके से मामले को हैंडल किया। नतीजा थोड़ी देर बाद प्रदर्शनकारी अपने घरों को लौट गए और जाते-जाते उन्होंने भोपाल पुलिस के अधिकारियों को फूल देकर धन्यवाद दिया।
सदन में बहुमत के खिलाफ सड़क पर जनमत दिखाया
भोपाल में प्रदर्शनकारियों ने संख्या बल एकत्रित करके यह साबित किया कि जनता का एक बड़ा समूह नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ है। इस दौरान भोपाल शहर में पुलिस तैनात रही। शहर में सभी गतिविधियां एवं आयोजन निर्धारित समय के अनुसार हुए। कहीं किसी भी प्रकार की बहस या झड़प तक की कोई सूचना नहीं है।