भारत के 56% लोग डिस्काउंट स्कैम, 52% युवा रोमांस स्कैम शिकार

नई दिल्ली। यह तो बिल्कुल लालची बंदर वाली बात हो गई जो चने के लालच में बार-बार शिकारी के जाल में फंस जाता है। भारत के उपभोक्ताओं का भी कुछ ऐसा ही है। 56% से ज्यादा लोग डिस्काउंट के लालच में धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। वह ठगी का शिकार होते हैं, सोशल मीडिया पर दुनिया को बताते हैं, न्यूज़ पोर्टल, अखबार और टीवी चैनल लगातार लोगों को सावधान करते हैं लेकिन लोग फिर से इसी तरह की धोखाधड़ी का शिकार होते हैं। यह क्रम साल भर लगातार चलता रहा और धोखाधड़ी के शिकार लोगों का ग्राफ भी बढ़ता रहा।

60.7% लोग फर्जी चैरिटी का शिकार

एंटीवायरस सॉफ्टवेयर McAfee (जिसका फ्री वर्जन यूजर को परेशान भी करता है) की एक रिपोर्ट के अनुसार ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होने वालों में 60.7% लोग फर्जी चैरिटी का शिकार बनते हैं। मैकएफी ने इस तरह की धोखाधड़ी की जानकारी देने के लिए ‘अ क्रिसमस कैरोलः स्कैम एडीशन’ नाम से रिपोर्ट जारी की है। भारतीय आम तौर पर छलावा देने वाले एप का शिकार बन जाते हैं।

टेक्स्ट फिशिंग से अब भी 25% भारतीय झांसे में आ जाते हैं

रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबर अपराधी लगातार तकनीकी रूप से उन्नत होते जा रहे हैं। हालांकि, ईमेल फिशिंग और टेक्स्ट फिशिंग जैसे पुराने तरीकों से अब भी करीब 25% भारतीय झांसे में आ जाते हैं। नई पीढ़ी को टेक सेवी कहा जाता है लेकिन इसके बावजूद ऑनलाइन धोखाधड़ी के वाकयों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है।

डिस्काउंट स्कैम, रोबो कॉलिंग, सिम जैकिंग और सीजनल ट्रैवल स्कैम

35.4% भारतीयों ने माना कि वे डिस्काउंट स्कैम के झांसे में आए। ऐसे संदिग्ध एप आम तौर पर यूजर के डिवाइस में अपनी फाइल डाउनलोड करवा देते हैं। त्योहारी सीजन के दौरान 60.2% उपभोक्ता रोबो कॉलिंग का शिकार हुए। वहीं, 57.1% उपभोक्ता सिम जैकिंग का शिकार हुए। फैमिली वेकेशन और यात्रा अधिकांश लोगों के एजेंडे में होता है। रिपोर्ट के मुताबिक 78.6% भारतीय सीजनल ट्रैवल स्कैम के झांसे में आए हैं।

52.6% युवा रोमांस स्कैम का शिकार

गिफ्ट कार्ड के जरिए शिकार बनाने का नया ट्रेंड सामने आया है। 39.3% उपभोक्ताओं को गिफ्ट कार्ड के जरिए फर्जी वेबसाइट तक ले जाया जाता है। वहां उनसे नाम, टेलीफोन नंबर, क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स जैसी पर्सनल जानकारियां भरवा ली जाती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक धोखाधड़ी का शिकार हुए 40% लोगों ने 10 हजार से 15 हजार रुपए गंवाए हैं। युवा भी ऑनलाइन धोखाधड़ी से अछूते नहीं हैं। 18 से 24 साल के 52.6% युवा रोमांस स्कैम का शिकार बनते हैं।

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