ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय (Jiwaji University) की लापरवाही का खामिजाया छात्रों को पीएससी (PSC) से वंचित होकर उठाना पड़ सकता है। क्योंकि जेयू ने दिसंबर 2018 से छात्रों को मार्कशीटें नहीं दी हैं। मार्कशीटों के लिए छात्र जेयू का चक्कर काटने लगे हैं, लेकिन जेयू गंभीरता से नहीं ले रही है। छात्रों को एक ही जवाब मिल रहा है कि उन्हें प्रिंट कराया जा रहा है।
छात्रों को पीएससी की जगहों का लंबे समय से इंतजार था। यह इंतजार बीते दिनों जगहों की घोषणा किए जाने के बाद खत्म हो गया। उन छात्रों के सामने संकट आ गया है, जो स्नातक के साथ-साथ पीएससी की तैयारी कर रहे थे। क्योंकि जेयू ने छात्रों को अभी तक अंकसूची नहीं दी है। फार्म भरने के लिए अंकसूची का होना जरूरी है। इसके अलावा टेबुलेशन चार्ट नहीं होने से करेक्शन भी नहीं हो पा रहे हैं।
रिजल्ट में की गई गलतियों को भी नहीं सुधारा है। सॉफ्ट कॉपी से यह कार्य किया जा रहा था, लेकिन कर्मचारियों ने सॉफ्ट कॉपियों से काम करना बंद कर दिया है। खाली मार्कशीट की शीटों का भी टोटा आ गया है। शीट खत्म होने से अंकसूचियों में सुधार नहीं हो पा रहा है।
वर्जन
मार्कशीटें कंपनी से प्रिंट होकर आ रही हैं। पीएससी के फार्म भरना शुरू होंगे, उससे पहले छात्रों तक मार्कशीटें पहुंचाई जाएंगी।
RKS सेंगर, परीक्षा नियंत्रक जेयू