ग्वालियर। अभी अधिकतम और न्यूनतम पारे में ज्यादा फर्क नहीं आया हो, लेकिन पश्चिमी हवा ने तेज ठंड का अहसास कराना शुरू कर दिया है। सुबह से हवा की गति 4-11 किलोमीटर प्रति घंटा रही, चूंकि सूरज की किरणों का असर अब हल्का पडऩे लगा है।
ऐसे में शहरवासियों को कंपकंपाहट महसूस हुई। यही नहीं दोपहर के साथ हवा के वेग में इजाफा हुआ और यह सात किलोमीटर प्रतिघंटा रिकार्ड की गई। इसके चलते धूप खिलने के बाद भी सर्दी महसूस होती रही। वहीं मौसम के जानकारों का कहना है कि जल्द ही सर्दी शहर को पूरी तरह लपेटे में ले लेगी। फिलहाल आसमान पर हल्के बादल छाए है, वहीं मौसम के जानकारों का मानना है कि 28 नवम्बर के बाद मावठ की संभावना है। यदि ऐसा होता है तो फिर शीतलहर और मावठ की जुगलबंदी ठिठुरन बढ़ा देगी।
सूर्योदय विलम्ब से होने के कारण पहले ही लोग देर से बिस्तर छोड़ रहे है, वहीं ठंड के कारण जल्दी घर से बाहर निकलनें में भी सकुचा रहे हैं ऐसे में दस बजे के बाद ही शहर की सडक़ों पर गहमा गहमी दिखाई देती है। वहीं बाजारों में 11 बजे के बाद ही लोग पहुंचते हैं। दोपहर के कुछ घंटे छोड़ दें तो फिर शाम को सात बजे के बाद ठंड का असर बढ़ते ही लोग घर का रास्ता पकड़ते दिखाई देते हैं। ऐसें में रात नौ बजे तक शहर में सन्नाटा सा छा जाता है। वहीं गर्म कपड़ों का उपयोग भी होने लगा है। संदूकों में दबी मोटी रजाइयां और कंबल बाहर आ गए हैं और पंखों के स्विच ऑफ हो चुके है। फिलहाल ठंड का असर गत साल की अपेक्षा कम है।