ग्वालियर। 1 नवंबर 1956 काे मध्यप्रदेश के गठन से पहले 16 जिलों को मिलाकर बनाए गए मध्य भारत प्रांत की विधानसभा ग्वालियर के मोतीमहल (Moti Mahal) में लगती थी। 28 मई 1948 को पंडित जवाहर लाल नेहरू (Pandit jawaharlal nehru) ने मध्य भारत प्रांत का उद्घाटन किया और महाराज जीवाजी राव सिंधिया (Maharaj Jeevaji Rao Scindia) को राजप्रमुख पद की शपथ दिलाई।
श्री सिंधिया ने पंडित लीलाधर जोशी को पहले प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई थी। विधानसभा के पहले अधिवेशन का उद् घाटन 4 दिसंबर 1948 को सरदार बल्लभ भाई पटेल ने किया। इतिहास विद् डाॅ. आशीष द्विवेदी के अनुसार इंदौर की रियासत ने भी दावा किया इसलिए निर्णय हुआ कि वर्ष में 7 माह ग्वालियर और 5 माह इंदौर, प्रांत की राजधानी रहेगा, लेकिन विधानसभा ग्वालियर में ही रहेगी।
ऐतिहासिक इमारत मोतीमहल भवन स्थित दरबार हॉल, जहां मध्य भारत प्रांत की विधानसभा संचालित होती थी। इसकी दीवारों पर सोने की पॉलिश है।