भोपाल। अयोध्या मामले में शनिवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राजधानी भोपाल समेत संपूर्ण मध्यप्रदेश में प्रशासन पूरी तरह चौकस और सतर्क है। राज्य के सभी 52 जिलों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
इसके प्रावधानों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। सीएम थोड़ी देर में राज्य में सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर उच्च स्तरीय बैठक करने वाले हैं। वे पीएचक्यू जाएंगे और वहीं से प्रदेश के हालात पर नजर रखेंगे।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ट्वीट करके कहा है कि हम सभी मिल-जुलकर फैसले का सम्मान और आदर करें। किसी प्रकार के उत्साह, जश्न और विरोध का हिस्सा ना बने। अफवाहों से सावधान व सजग रहें। किसी भी प्रकार के बहकावे में ना आएं। राजधानी भोपाल में सुबह से फैसले की आहट के चलते सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा हम सब सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करें किसी की हार नहीं हुयी। हमारा देश ऐतिहासिक देश है, हम सबसे शांति की अपील करते है। शांति सौहार्द्र बनाए रखें और मप्र को शांति का टापू बनाए रखें।
राज्य के सभी स्कूलों, महाविद्यालयों, मदरसों, आंगनवाड़ियों और अन्य शैक्षणिक संस्थाओं में अवकाश है। संवेदनशील माने जाने वाले स्थानों पर पुलिस बल तैनात है और सभी क्षेत्रों में पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी नजर रखे हुए हैं। लोग अपने सभी कार्य सामान्य रूप से कर सकते हैं।
कहीं भी कोई तनाव की स्थिति निर्मित होती है तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस-प्रशासन को दें। इसके अलावा दूध, ईंधन, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और एंबुलेंस जैसी सभी तमाम सेवाएं भी आम दिनों की तरह ही जारी रहेंगी। कलेक्टर ने एक अन्य आदेश में सभी पेट्रोल-डीजल पंप संचालकों को निर्देश दिए हैं कि खुली बॉटल या अन्य किसी बर्तन में पेट्रोल-डीजल न दें।
नफरत और वैमनस्यता को परास्त करें: कमलनाथ
अयोध्या मामले पर फ़ैसला आ चुका है। एक बार फिर आपसे अपील करता हुं कि सर्वोच्च न्यायालय के इस फ़ैसले का हम सभी मिलजुलकर सम्मान व आदर करे। आपसी भाईचारा, संयम, अमन-चैन, शांति, सद्भाव व सौहार्द्र बनाए रखने में पूरा सहयोग करें। सरकार प्रदेश के हर नागरिक के साथ खड़ी है। क़ानून व्यवस्था व अमन-चैन से खिलवाड़ करने वाले किसी भी तत्व को बख़्शा नहीं जाएगा। पूरे प्रदेश में पुलिस प्रशासन को ऐसे तत्वों पर सख़्ती से कार्यवाही के निर्देश पूर्व से ही दिये जा चुके है। आज आवश्यकता है अमन व मोहब्बत के पैग़ाम को सभी तक फैलाएं, नफ़रत व वैमनस्य को परास्त करें।