भोपाल। इस वर्ष का आखिरी ग्रहण 26 दिसम्बर को पड़ेगा। इस साल का यह तीसरा सूर्यग्रहण भी होगा। इससे पहले छह जनवरी और दो जुलाई, 2019 को सूर्य ग्रहण था। खास बात ये है कि साल का तीसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण देश में देख जा सकेगा। इस खगोलीय घटना में सूर्य ग्रहण एक आग के छल्ले की तरह दिखाई पड़ेगा।
खगोलविदों के अनुसार ग्रहण में सूर्य के बीच के हिस्से में छाया रहेगी और सूर्य के बाहर के हिस्से में रोशनी होगी। यह वलयकार ग्रहण होगा। आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसम्बर को शाम 07.53 बजे से शुरू होगा, जो रात 1.35 बजे तक रहेगा। ग्रहण के लिए सूतक काल 25 दिसम्बर की शाम को 5.32 बजे से शुरू होगा। ज्योतिषविद् जर्नादन शुक्ल के अनुसार धार्मिक मान्यता है कि सूतक शुरू होने के साथ ही शुभ कार्य बंद हो जाएंगे। इस अवधि में मंदिरों के पट बंद रहेंगे।
पृथ्वी सूर्य के चक्कर लगाती है और चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है। इस प्रक्रिया के दौरान कभी-कभी चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है। इससे सूर्य का कुछ या पूरा हिस्सा ढक जाता है। इस वजह से सूर्य का प्रकाश धरती तक नहीं पहुंच पात। इस स्थिति को सूर्यग्रहण कहा जाता है। जब चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य को ढक लेता है तो इसे पूर्ण सूर्यग्रहण कहते हैं