भोपाल। भोपाल शहर के नजदीक मंडीदीप के गांव नूरगंज में दूषित पानी के कारण चार लोगों की मौत के बाद भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पीड़ितों से मिलने पहुंचे। उन्होंने दावा किया कि पिछले 2 माह में यहां 11 मौतें हुई है। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। प्रभारी मंत्री से फोन लगा कर कहा कि यहां पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। सरकार को चेतावनी दी कि यदि तुरंत राहत कार्य कार्य नहीं हुए तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। शिवराज के साथ स्थानीय विधायक सुरेंद्र पटवा भी नूरगंज पहुंचे थे।
शिवराज सिंह चौहान सुबह नूरगंज गांव पहुंचकर पीडित परिजनों से बातचीत की और जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार से इस मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग करते हुए कहा कि अगर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी, तो भारतीय जनता पार्टी इसको लेकर और तेज आवाज उठाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि नूरगंज में दो महीने में बीमारी से 11 मौतें हुई है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे से कहा कि व्यवस्थाएं सुधरे, नहीं तो होगा आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि अभी भी 80 लोग बीमार हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सरकार पर संबल योजना से गरीबों के नाम काटे जाने के भी आरोप लगाये।
प्रभारी मत्री से की बात:
गांव में पीड़ित परिवार से मिलने के बाद शिवराज सिंह ने प्रभारी मंत्री हर्ष यादव को फोन से बात की। उन्होंने प्रभारी मंत्री को बताया कि गांव की हालत बेहद खराब है। यहां पीने के पानी के लिए अतिरिक्त टैंकर उपलब्ध कराएं जाएं। 24 घंटे डॉक्टर की ड्यूटी गांव में लगाई जाई और लोगों की आर्थिक मदद की व्यवस्था की जाए।