इंदौर। सिरपुर तालाब के आसपास की आबोहवा अब पंछियों को भा रही है। इसका प्रमाण यहां देखी गई नवरंग चिड़िया से मिलता है। पक्षी विज्ञानियों का कहना है कि सामान्यतया यह इंडियन पिट्टा (नवरंग) सितंबर तक साउथ की तरफ माइग्रेट कर जाती हैं, लेकिन इस बार इसका यहां अब तक दिखना चौंकाने वाला है। पक्षी विज्ञानी, बर्ड्स पर नज़र रखने वाले पर्यावरण प्रेमियों और द नेचर्स वॉलंटियर्स के अध्यक्ष भालू मोंढे का कहना है यह शहर और आसपास के लिए एक खुशखबर है।
साउथ से जून में आती है यह बर्ड
इंडियन पिट्टा एक बेहद रंग-बिरंगी खूबसूरत चिड़िया है, जो घने जंगलों में ही रहती है। यह साउथ से जून में यहां आती हैं और सितंबर तक रहती हैं। इस दौरान यहां अंडे देना और अपने बच्चों को पालना होता है। फिर नवरंग माइग्रेट कर जाती है। पक्षी विज्ञानी अजय गड़ीकर ने बताया, नवरंग की खासियत यह होती है कि अलसुबह और शाम को ये खास तरह की आवाज़ निकालती है। रात में प्राय: यह छोटे पेड़ों पर बैठती है। साइज 18 से 20 सेमी तक होती है। इसकी पूंछ काफी छोटी होती है।
इंदौर-भोपाल कॉरिडोर पर 2 सैटेलाइट टाउनशिप बनेंगी
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि इंदौर-भोपाल इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर पर 2 सैटेलाइट टाउनशिप बनाई जाएगी। वहीं पर्यटन विभाग के एमडी फैज अहमद किदवई ने कहा- मप्र के 11 नेशनल पार्क के पास एयरस्ट्रिप और हैलीपेड बनाएंगे। एमपी में वाइल्ड लाइफ टूरिज़्म है, लेकिन फ्लाइट और हेलिकॉप्टर लैंडिंग होेगी तो अंतरराष्ट्रीय पर्यटन भी बढ़ेगा।