भोपाल। इस बार प्रदेश में रिकाॅर्ड 43 फीसदी ज्यादा बारिश कराने वाले बादलों ने रिकॉर्ड तोड़ बिजली भी गिराई है। हर महीने एक लाख से ज्यादा बार बिजली गिरी। एक रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल से जुलाई तक चार महीने में मप्र में 4 लाख 81 हजार 720 बार बिजली गिरी। इसमें 102 लोगों की मौत भी हुई।
रिपोर्ट तैयार करने वाली संस्था क्लाइमेट रेजिलिएंट ऑब्जर्विंग सिस्टम प्रमोशन काउंसिल के मुताबिक यह रिपोर्ट भारतीय मौसम विभाग के आकाशीय बिजली की जानकारी देने वाले सेंसर के अलावा इसरो के सैटेलाइट एवं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्राॅपिकल मैनेजमेंट पुणे जैसी कई संस्थाओं के आंकड़ों के विश्लेषण के बाद सामने आई।
मप्र चौथे स्थान पर रहा
बिजली चमकने के मामले में मप्र चौथे स्थान पर रहा। ओडिशा में सबसे ज्यादा 9 लाख, महाराष्ट्र और कर्नाटक में 6 लाख से ज्यादा बार बिजली चमकी। इसके बाद मप्र का नंबर रहा। सबसे कम 20 हजार बार बिजली जम्मू कश्मीर में चमकी।
अधिक गर्मी व देरी से मानसून आना इसकी खास वजह
मौसम विशेषज्ञ शैलेंद्र कुमार नायक का कहना है कि तीन साल में बिजली गिरने की घटना एक हजार गुना बढ़ी हैं। अधिक गर्मी पड़ने के बाद देरी से मानसून आने की वजह से ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं। सूखे के बाद अत्यधिक बारिश होना, इसकी खास वजह है।
इसी साल से दी चेतावनी
मौसम विभाग ने इसी साल एक सिस्टम के जरिए बिजली चमकने और गिरने की घटनाएं होने से कुछ घंटे पहले ही चेतावनी देने का सिलसिला शुरू किया है। इसे नाउ कास्ट वार्निंग नाम दिया गया है। इस रिपोर्ट में इसे भी एक हिस्सा बनाया गया है।