RAIL अफसरों ने झूठ बोला था: रैक नहीं आया है, मेमू ट्रेन नहीं चलेगी | INDORE NEWS

इंदौर। रतलाम मंडल के रेल अधिकारी भी नेताओं की तरह झूठे बयान देते हैं। रेल अफसरों ने कहा था कि मेमू का एक रैक आ गया है जिसे रतलाम-फतेहाबाद-इंदौर रेल लाइन के विद्युतीकरण के बाद चलाया जाएगा लेकिन अब जबकि विद्युतीकरण हो गया फिर भी ट्रेन शुरू नहीं हुई। अफसरों की पोल खुल गई। उन्होंने झूठा बयान दिया है। दरअसल, अब तक कोई रैक आया ही नहीं। मार्च 2020 तक आने की संभावना है।


नीमच-चित्तौड़गढ़ के बाद ही चलेगी मेमू ट्रेन

इंदौर-उज्जैन-नागदा-रतलाम और चित्तौड़गढ़-रतलाम-फतेहाबाद-इंदौर के बीच मेमू ट्रेन का मामला रतलाम में सोमवार को हुई क्षेत्रीय सांसदों की बैठक में उठा। मुद्दा सामने आते ही अफसर बगले झांकने लगे। क्योंकि अब तक इंदौर के लिए न तो मेमू ट्रेन का कोई रैक मिला है और न निकट भविष्य में इसके चलने की संभावना है। जब तक नीमच-चित्तौड़गढ़ के बीच विद्युतीकरण का काम पूरा नहीं होता, तब तक इन रूटों पर मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट) ट्रेन चलना संभव नहीं है। 

रतलाम में सोमवार को पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार गुप्ता के साथ रतलाम रेल मंडल से संबद्ध सांसदों की सालाना बैठक में यह मुद्दा सांसद शंकर लालवानी ने उठाया। उन्होंने अफसरों से पूछा कि मेमू का एक रैक तो आ गया, दूसरा कब तक आएगा और मेमू ट्रेन कबसे चलेगी। सांसद का सवाल सुनकर अफसर इधर-उधर देखने लगे। इस पर पश्चिम रेलवे के चीफ ऑपरेटिंग मैनेजर शैलेंद्रकुमार ने बात संभाली और भरोसा दिया कि दिसंबर-19 से मार्च-20 के बीच मेमू ट्रेन चला दी जाएगी। रेलवे मामलों के वरिष्ठ जानकार नागेश नामजोशी ने सुझाव दिया कि मेमू ट्रेन को रेलवे सर्कुलर ट्रेन के रूप में चलाए जिससे बड़े हिस्से को इसका फायदा मिलेगा। उनके सुझाव को भी सीओएम ने माना।

राऊ-टीही सेक्शन का भी होगा विद्युतीकरण

बैठक में इंदौर-दाहोद रेल लाइन को लेकर विस्तार से बात हुई। सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए बजट में पर्याप्त राशि का प्रावधान किया है। अब जरूरी है कि मप्र सरकार की मदद से रेल लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्यवाही तेजी से की जाए। जब तक जमीन नहीं मिलेगी, रेल लाइन बिछाने का काम नहीं हो सकेगा। रेल अफसरों ने बताया कि इंदौर-दाहोद रेल लाइन के राऊ-टीही सेक्शन के विद्युतीकरण को मंजूरी दी जा चुकी है। इस पर सांसद ने धन्यवाद देते हुए कहा कि इस काम से पीथमपुर से माल परिवहन तेजी से हो सकेगा। जमीन अधिग्रहण को लेकर तय हुआ कि जल्द ही रेलवे और प्रदेश सरकार के अफसरों के बीच इस विषय पर बैठक कराई जाएगी।

अमरकंटक एक्सप्रेस को इंदौर से चलाने के प्रस्ताव पर भी बनी सहमति

- बैठक में सांसद लालवानी ने जीएम से मांग की कि इंदौर-भोपाल के बीच नॉन स्टॉप इंटरसिटी एक्सप्रेस चलाई जाए। इस रूट पर रेलवे को अच्छा ट्रैफिक मिलेगा और यात्रियों की सुविधा मिलेगी। जीएम और अन्य अफसरों ने प्रस्ताव का परीक्षण करने का भरोसा दिया।

- लालवानी ने भोपाल-दुर्ग के बीच चलने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस को इंदौर तक बढ़ाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस ट्रेन से इंदौर का सीधा संपर्क रायपुर और दुर्ग से हो जाएगा। नर्मदा एक्सप्रेस और अमरकंटक एक्सप्रेस का रैक लिंक करके इसका फायदा इंदौर को दिया जा सकता है। उक्त प्रस्ताव पर भी रेल अधिकारियों ने सहमति दी।

- बैठक में सांसद ने इंदौर-लिंगमपल्ली हमसफर एक्सप्रेस को वाया भोपाल चलाने की मांग की जिसे सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दी गई। रेल अफसरों ने बताया कि इसका प्रस्ताव अंतिम मंजूरी के लिए रेलवे समय सारिणी समिति को भेजा जाएगा।

- सांसद ने इंदौर से दिल्ली और मुंबई के लिए तेज गति की हमसफर एक्सप्रेस चलाने की मांग की जिस पर विचार करने का आश्वासन दिया गया।

- इंदौर-हावड़ा शिप्रा एक्सप्रेस को रोज चलाने के प्रस्ताव पर भी बैठक में चर्चा हुई और इस संबंध में बोर्ड से जानकारी लेने की बात कही गई।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!