भोपाल/मध्य प्रदेश। इस बार की कैबिनेट मीटिंग में तमाम महत्वपूर्ण मुद्दों के अलावा बिना नाम लिए कैलाश विजयवर्गीय का मुद्दा भी उठाया गया। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने प्रश्न किया कि इंदौर नगर निगम के बहुचर्चित पेंशन घोटाले में जब जैन आयोग की रिपोर्ट सरकार के पास है तो फिर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
सरकार ने पेंशन घोटाले की जांच के लिए जैन आयोग का गठन किया था, जिसकी रिपोर्ट सरकार को मिल चुकी है। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी का कहना था कि जब रिपोर्ट सरकार के पास आ चुकी है तो दोषियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। आखिर इसमें देरी क्यों हो रही है। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने भी कहा- मामला सालों पुराना है। जैन आयोग की रिपोर्ट में दोषियों के नाम भी सामने आ चुके हैं। सरकार को तत्काल कार्रवाई करना चाहिए।
इस बीच सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि जैन आयोग की रिपोर्ट विभाग को मिल चुकी है, लेकिन दोषियों पर कार्रवाई कैसे की जाए, हमें इसका रास्ता निकालना है। बता दें कि इस घोटाले में हमेशा ही कैलाश विजयवर्गीय एवं उनके मित्र विधायक रमेश मेंदोला का नाम लिया जाता रहा है। कैलाश विजयवर्गीय भी कभी जैन आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग नहीं करते। ताकि उनके माथे पर लगा कलंक मिट जाए।