जाति प्रमाण पत्र रुकने नहीं चाहिए, रिकॉर्ड नहीं तो सत्यापन कराएं: सामाजिक न्याय मंत्री | JABALPUR NEWS

Bhopal Samachar
जबलपुर। अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र-छात्राओं को समय रहते योजनाओं का लाभ दिलाने के प्रयास करें। खासतौर से जाति प्रमाण-पत्र समय रहते जारी होने चाहिए, जिससे छात्रों को सरकारी नौकरी और उनकी पढ़ाई-लिखाई में मदद मिल सके। बहुत से ऐसे लोग भी सामने आते हैं, जिनके पास पुराने रिकॉर्ड नहीं होते। इस तरह के मामलों में अफसरों को भौतिक सत्यापन कर जाति प्रमाण-पत्र बनाने चाहिए। 

सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा

यह बात प्रदेश के सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया ने सोमवार को कमिश्नर कार्यालय में आयोजित संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में कही। इस दौरान 10वीं और 12 वीं की परीक्षा में बेहतर परिणाम लाने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया गया। बैठक में कमिश्नर राजेश बहुगुणा, आयुक्त अनुसूचित जाति कल्याण विभाग डॉ. मसूद अख्तर के अलावा विभागीय अफसर मौजूद थे।

कागजी काम न करें, सीएम खुद मॉनीटर करते हैं

मंत्री ने कहा कि कागजी आंकड़ों की खानापूर्ति के बजाय योजनाओं-कार्यक्रमों का लाभ लोगों को वास्तविक रूप से देने के प्रयास होने चाहिए। क्योंकि जबलपुर संभाग के काम मुख्यमंत्री कमलनाथ और अन्य मंत्रियों, विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष की सीधी निगरानी में हैं।

पहले मॉनिटरिंग, फिर राशि उपलब्ध कराएं

छात्रावासों की सीट किसी भी स्थिति में खाली नहीं रहनी चाहिए। इसके लिए ऑनलाइन व विभागीय निगरानी व कार्यक्रम को बढ़ावा देने की जरूरत है।

प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना अंतर्गत चयनित ग्रामों के लिए कार्यों की सूची बनाने कहा गया। अत्याचार निवारण अधिनियम के पीड़ित परिवार के सदस्य को स्वरोजगार स्थापित करने और इसके लिए वित्तीय मदद दिलाने के निर्देश दिए गए। दुष्कर्म के प्रकरण में मेडिकल रिपोर्ट में पुष्टि होने पर राहत तत्काल उपलब्ध कराने कहा गया।

विभाग द्वारा अनुदान प्राप्त कर रहीं अशासकीय संस्थाओं में पदस्थ कर्मचारियों और छात्रों की संख्या का सत्यापन करने कहा गया। उसके बाद ही शासन को अनुदान के प्रस्ताव भेजने के निर्देश मिले।

जिन क्षेत्रों में छात्रावास की सीट खाली हैं, वहां के छात्रों को आवास भत्ता नहीं देने का निर्णय लिया गया। श्री घनघोरिया ने कहा कि छात्रवृत्ति-शिष्यवृत्ति राशि के चेक जारी करने के बाद राशि छात्रों के खाते में पहुंची या नहीं, इसकी मॉनिटरिंग होनी चाहिए।

संभागायुक्त ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी संबंधी जानकारी देने संस्थान में काउंसलर भेजे जाने चाहिये जो छात्रों को मार्गदर्शन दे सकें।

छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया

बैठक के बाद कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की परीक्षाओं में उत्कृष्ठ परिणाम देने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया। छिंदवाड़ा के विद्यार्थियों में नेहा बाघमारे, माधुरी वारसिया, मुस्कान डोले, हर्षित वेलवंशी पुरस्कृत हुए। शासकीय ज्ञानोदय विद्यालय जबलपुर के छात्र-छात्राओं पुष्पलता सैय्याम, स्नेहलता मथेश, पवन अहिरवार को और डिंडौरी से अंजली ब्यौहार और पुष्पा गोहिया को पुरस्कृत किया गया।
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