इंदौर। शिक्षा के अधिकार (आरटीई) के तहत निजी स्कूलों में खाली सीटों के लिए खुली दूसरी लॉटरी में जिन छात्रों का चयन हुआ, उन्हें एक निजी स्कूल ने यह कहकर प्रवेश देने से मना कर दिया कि सीट ही खाली नहीं है। प्रवेश नहीं मिलने पर परिजन ने जिला शिक्षा अधिकारी व कलेक्टर को शिकायत की है।
बिचौली मर्दाना में रहने वाले कुंदन मालवीय (Kundan Malaviya) के बेटे आयुष्मान (Ayushman Malaviya) का अग्रवाल पब्लिक स्कूल (Agarwal Public School) में आरटीई में चयन हुआ है। कुंदन के मुताबिक जब वे स्कूल गए तो प्रबंधन ने कहा कि दो दिन बाद आना। दो दिन बाद गए तो कहा गया कि दस्तावेज जमा कर जाओ। जब 18 सितंबर को स्कूल गए तो प्रबंधन ने कहा कि बीच सत्र चल रहा है, इसलिए आपके बच्चे को प्रवेश नहीं दे सकते। जब जिला परियोजना समन्वयक का पत्र लेकर गए तो उन्होंने पत्र भी नहीं लिया। एक अन्य परिजन मनीष शिंदे के मुताबिक उनकी बेटी कनिष्का का भी इसी स्कूल में चयन हुआ है, लेकिन स्कूल मैनेजर केसी तिवारी (KC Tiwari) प्रवेश देने से इंकार कर हैं और कह रहे हैं कि आरटीई की सीटें फुल हो गई हैं।
प्राचार्य वंदना ओझा (Principal Vandana Ojha) के मुताबिक स्कूल मैनेजर तिवारी आरटीई संबंधित काम देखते हैं। वो ही इस बारे में जवाब दे पाएंगे कि छात्रों को प्रवेश क्यों नहीं दिया जा रहा है। जब मामले में जानकारी के लिए तिवारी के मोबाइल नंबर पर फोन किया गया तो उन्होंने जवाब नहीं दिया।
स्कूल द्वारा आरटीई में चयनित छात्रों को प्रवेश नहीं देने की शिकायत मुझे मिली है। जिला शिक्षा केंद्र से बीआरसी के माध्यम से स्कूल को पत्र भी जारी किया गया है। यदि स्कूल छात्रों को प्रवेश नहीं देगा तो कलेक्टर को शिकायत करेंगे और स्कूल पर कार्रवाई की जाएगी।
-अक्षय सिंह राठौर, जिला परियोजना समन्वयक, स्कूल शिक्षा विभाग