इंदौर। देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट पर पेरिशेबल कार्गो सेंटर बनाया जा रहा है। 20 टन क्षमता का कार्गो सेंटर करीब दो माह में बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद इंदौर से देश-विदेश में फल-सब्जियां और दवाइयां भेजना और आसान हो जाएगा।
इंदौर एयरपोर्ट से हर साल बड़ी मात्रा में कार्गो भेजा जाता है। इनमें कपड़े, मशीनरी, फल, सब्जियां, मिठाई और दवाइयां प्रमुख हैं। चूंकि ये चीजें जल्द खराब हो जाती हैं, इसलिए इन्हें इस तरह से एयरपोर्ट पर भेजा जाता है कि जांच के बाद ये सीधे विमान में रखवाई जा सकें। कई बार देरी होने पर इन सब चीजों को एसी वाले कार्गो वाहनों में ही रखना पड़ता है या वापस भेजना पड़ता है। पेरिशेबल कार्गो सेंटर बनने के बाद यह परेशानी नहीं होगी। यहां शुल्क देकर माल यहीं पर रखा जा सकेगा। इसके अलावा दूसरे शहरों से आने वाले माल को भी यहां रखकर उसकी डिलिवरी आराम से ली जा सकेगी।
कुछ साल पहले मध्यप्रदेश सरकार का एमपी वेयर हाउस एंड लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन एयरपोर्ट के बाहर एक कार्गो सेंटर बनाने वाला था, लेकिन कुछ कारणों से यह संभव नहीं हो पाया। इसके बाद विमानतल प्रबंधन ने खुद ही यह सेंटर बनाने का फैसला किया। एयरपोर्ट परिसर में मौजूद पुराने फायर बिग्रेड के कंट्रोल रूम के पास यह सेंटर बनाया जा रहा है। जरूरत पड़ी तो इसका विस्तार भी किया जाएगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक अभी इंदौर से दुबई के लिए एक फ्लाइट चलती है, जबकि शेष घरेलू हैं। इंदौर से दुबई के लिए ताजे फल और सब्जियां जाती हैं। इसके अलावा कई दवाई कंपनियां भी वहां दवाइयां भिजवाती हैं। कार्गों सेंटर बनने के बाद इंदौर से केवल तीन घंटे में ताजी सब्जियां और फल दुबई पहुंचेंगे।