रामबिहारी पांडे/सीधी। मध्य प्रदेश सरकार ने आधा दर्जन कलेक्टरों का स्थानांतरण कर अलग-अलग जिम्मेदारी सौपी है। इस लिस्ट में सात महीने पूर्व पदस्थ किये गये कलेक्टर अभिषेक सिह का भी तबादला सीधी से सचिवालय कर दिया गया है। जिसके विरोध मे लोग सीधी कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर ताला जड़कर प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारी सरकार के निर्णय के खिलाफ नारेेबाजी तो कर ही रहे थे सीधी जिले के नेताओं व विधायक को भी असंसदीय भाषा का प्रयोग कर कोस भी रहे थे। इतना ही नही 'यहां के नेता चोर है' के नारे लगा रहे थे। प्रदर्शनकारी देखते ही देखते कलेक्टर दफ्तर जाने के लिये बने दोनों मुख्य द्वारों पर ताला जड़ कर पूर्व कलेक्टर अभिषेक सिंह की फोटो लगे पोस्टर जिसमे लिखा था 'कलेक्टर के सम्मान मे जनता खड़ी मैदान' मे चिपका कर धरने पर बैठ गये।
प्रदर्षन कर रहे लोगों का समर्थन और नेतृत्व कुछ स्थानीय पत्रकारों की टीम कर रही थी। सुबह 11 बजे से बंद हुए कलेक्टर दफ्तर के प्रवेश द्वार देर शाम चार बजे सम्भागीय अधिकारियों के हस्ताक्षेप के बाद खोले जा सके। इस सम्बंध मे पुलिस अधीक्षक सीधी की प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया तो उन्होेने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिये। कलेक्टर दफ्तर के दोनों दरवाजों पर पुलिस का पहरा तो रहा लेकिन व्यवस्था बनाने के कोई इंतजामात नही थे।
हालात यह बने कि कलेक्टेट मे होने वाली बैठकों मे जाने के लिये अधिकारियों को अपने वाहने मुख्य द्वार के पास खड़ेकर, ध्वस्त हुई वाउंड्री वाल के मलवे को पार करके जाना पड़ा। उनमे पुलिस के अधिकारी भी अधिवक्ता भी थे। समाचार लिखे जाने तक कलेक्टर को वापस बुलाने की मांग को लेकर लोगों का आन्दोलन प्रदर्शन जारी रहा है।