नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया की शुरूआत की थी। इससे रेलवे को भी फायदा हुआ था। ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग के कारण विंडो पर भीड़ कम हो गई थी परंतु IRCTC अब मोदी के मिशन को पलीता लगाने जा रही है। उसने ऑनलाइन ट्रेन टिकट 30 रुपए तक महंगे कर दिए हैं। स्वभाविक है विंडो पर भीड़ बढ़ जाएगी।
कितना चार्ज बढ़ाया गया है
IRCTC द्वारा जारी किए गए 30 अगस्त के आदेश के अनुसार अब गैर-एसी क्लास के लिए 15 रुपये प्रति टिकट और AC क्लास के लिए 30 रुपये प्रति टिकट सेवा शुल्क वसूला जाएगा। इसके अलावा टिकट पर जीएसटी भी वसूला जाएगा।
रेलवे बोर्ड की दलील क्या है
30 अगस्त को लिखे पत्र में, रेलवे बोर्ड ने कहा था कि आईआरसीटीसी (रेलवे की पर्यटन शाखा) ने ई-टिकट की बुकिंग पर सेवा शुल्क की बहाली के लिए एक विस्तृत मामला बनाया था और जिसकी जांच सक्षम प्राधिकारी द्वारा की गई थी।
इसमें आगे कहा गया है कि वित्त मंत्रालय ने कहा है कि सेवा शुल्क माफ करने की योजना कुछ समय के लिए ही थी और रेल मंत्रालय ई-टिकट का शुल्क लेना शुरू कर सकता था। अधिकारियों का कहना है कि सेवा शुल्क बंद किए जाने के बाद, IRCTC ने वित्तीय वर्ष 2016-17 में इंटरनेट टिकटिंग राजस्व में 26% की गिरावट देखी गई है।
पहले वसूला जाता था इतना शुल्क
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार डिजिटल इंडिया परियोजना के तहत डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए तीन साल पहले सेवा शुल्क वापस ले लिया गया था। इससे पहले IRCTC नॉन-एसी (non AC) ई-टिकट पर 20 रुपये और एसी क्लास के लिए 40 रुपये का सर्विस चार्ज वसूलता था। इस महीने की शुरुआत में, रेलवे बोर्ड ने इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) को ऑनलाइन टिकट बुक करने वाले यात्रियों से सर्विस चार्ज के फिर से वसूलने के लिए मंजूरी दे दी थी।