भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। इसके चलते शुक्रवार से राजधानी भोपाल में बारिश का जो सिलसिला शुरू हुआ था, वो लगातार शनिवार को भी जारी है। शनिवार सुबह से ही भोपाल में तेज बारिश हो रही है। इससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। भोपाल के अलावा होशंगाबाद, बैतूल और नरसिंपुर में भी बारिश हो रही है। बारिश के चलते नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। मौसम विभाग ने भी भोपाल के अलावा कई और जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही भारी बारिश के चलते भोपाल-नागपुर मार्ग बंद हो गया है। ग्राम सुखतवा- भौरा के बीच बहने वाली सूखी नदी के पुल पर पानी भर गया है।
भोपाल का तालाब फिर फुल, भदभदा डैम के गेट खोले
भारी बारिश के चलते भोपाल की लाइफलाइन कहलाने वाला बड़ा तालाब एक बार फिर छलक उठा है। कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश के चलते तालाब में पानी आने का सिलसिला जारी है। इसे देखते हुए नगर निगम ने भदभदा डैम के दो गेट आज सुबह 7 बजे खोल दिए हैं। वहीं कलियासोत डैम के कैचमेंट एरिया में भी पानी पूरी रात बरसा है, जिससे कलियासोत डैम भी लबालब हो गया। इसके चलते जल संसाधन विभाग को एक गेट सुबह 6.30 बजे और भदभदा के दो गेट खोलने पड़ गए। अधिकारियों का कहना है कि 7-8 घंटे तक दोनों डैम के गेट खुले रहेंगे। निगम अधिकारियों ने बताया कि पहले बड़े तालाब को 1666.60 फीट तक खाली किया जाता था, लेकिन अब 1666.70 फीट तक जल स्तर तक ही खाली किया जाता है।
भोपाल की हवाओं में ठंडक
बता दें कि शहर में शुक्रवार सुबह तक ही सामान्य से 35 सेमी. अधिक बरसात हो चुकी थी। शुक्रवार शाम को अचानक काली घटाएं छाईं और 25 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार के साथ ही मूसलधार बरसात हुई। लगभग एक घंटे पड़ी तेज बौछारों के दौरान करीब डेढ़ सेंटीमीटर पानी गिरा। इससे वातावरण में ठंडक घुल गई और तीन घंटे में तापमान 4.6 डिग्रीसे तक नीचे लुढ़क गया था।
मौसम वैज्ञानिकों का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञानियों ने पहले ही शनिवार से वर्षा की गतिविधियों में और तेजी आने की संभावना जताई थी। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार सुबह तक राजधानी में 1152.3 मिमी. बरसात हो चुकी है जो सामान्य से 356.2 मिमी. अधिक है। मौसम विज्ञानी पीके साहा के मुताबिक उत्तर-पूर्व और उससे लगे उप्र पर सक्रिय कम दबाव का क्षेत्र ऊपरी हवा के चक्रवात में तब्दील हो गया है। इससे बरसात में और तेजी आएगी।
कोलार डैम अभी भी खाली है
दूसरी ओर कोलार डैम के जल स्तर में मामूली इजाफा हो रहा है। शुक्रवार को इसका जल स्तर 455.58 मीटर दर्ज किया गया था। एक दिन पहले इसका जल स्तर 455.52 मीटर था। यानी एक दिन सिर्फ 0.06 मीटर ही इजाफा हुआ। अभी फुल टैंक लेवल तक पहुंचने के लिए 6.62 मीटर पानी की जरूरत है। कोलार डैम का फुल टैंक लेवल 462.20 मीटर है।
तवा डैम के 11 गेट 7 फीट तक खोले गए
होशंगाबाद में भी भारी बारिश हो रही है। इसके चलते आज तवा बांध के 11 गेट सात फीट तक खोले गए हैं। डैम से 1,30,306 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। अभी भी तवा डैम में पानी का इनफ्लो दो लाख क्यूसेक के आस-पास बना हुआ है। अभी भी तवा बेसिन में बारिश जारी है। बैतूल और पचमढ़ी से भी पानी आ रहा है। संभवत: आने वाले आधे घंटे के भीतर डैम के दो और गेट खोले जा सकते हैं या फिर खुले गेटों की ऊंचाई बढ़ाई जा सकती है। तवा बांध के गेट खोलने से पूर्व तवा नदी के आस-पास के गांव में मुनादी कराई गई थी। नदी के आसपास डूब क्षेत्र में रहने वालों को परिवार और मवेशी सहित ऊंचे स्थान पर जाने के लिए कहा है।
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