इंदौर। इंदौर रेलवे स्टेशन (Indore railway station) जल्द ही मध्य भारत का पहला ऐसा स्टेशन बनने जा रहा है जहां एयरपोर्ट की तर्ज पर पार्किंग व्यवस्था होगी। इसके तहत यहां के आइलैंड प्लेटफॉर्म के बाहर वाहन चालकों से आठ मिनट से ज्यादा रुकने पर ही चार्ज वसूला जाएगा। इंदौर स्टेशन पर रोजाना हो रहे पार्किंग विवाद से निजात पाने के लिए कमर्शियल विभाग ने रतलाम मंडल को इंदौर रेलवे स्टेशन की नई पार्किंग पॉलिसी का प्रस्ताव बनाकर दिया है। जल्द ही पार्किंग के लिए नई गाइड लाइन जारी होगी।
प्रयोग सफल होने के बाद इसे पूरे इंदौर स्टेशन पर लागू किया जाएगा। अभी यह सुविधा अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर है। यह देश का पहला ऐसा स्टेशन है जहां इस तरह की यूनिफाइड पार्किंग व्यवस्था है। इंदौर रेलवे स्टेशन के कमर्शियल विभाग के एसीएम अतुल त्रिपाठी ने बताया कि प्रस्ताव में यात्री को छोड़ने और लाने के लिए आने वाले निजी व कमर्शियल वाहन के चालकों से पिक एंड ड्रॉप के लिए आठ मिनट का फ्री समय दिया जाएगा। आठ मिनट बाद पार्किंग शुल्क (Parking Fee) लिया जाएगा। आइलैंड प्लेटफॉर्म के बाहर अकसर ऑटो चालक यात्रियों के लिए डेरा जमाए बैठे रहते हैं। इससे ट्रैफिक जाम के कारण यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। रतलाम मंडल के अधिकारियों के मुताबिक पार्किंग का नया प्रस्ताव पास होने के बाद वाहन चालक आठ मिनट ही रेलवे परिसर में खड़े रह सकेंगे।
आईलैंड प्लेटफॉर्म पर कुल तीन गेट हैं। इनमें एक आने व दो गेट जाने के लिए है। यहां पार्किंग का ठेका तीन लोगों के पास होने से कोई भी वाहन चालक किसी भी गेट से अंदर-बाहर आना-जाना करते हैं। इससे बाहर ट्रैफिक जाम होता है। नई पार्किंग पॉलिसी लागू होने के बाद एक गेट से वाहन अंदर आएंगे, जहां से वाहन चालक को एयरपोर्ट पार्किंग की तरह पार्किंग स्लिप दी जाएगी। इस पर आने का समय लिखा होगा। वहीं प्लेटफॉर्म के अन्य दो गेट से बाहर जाने का रास्ता होगा जहां स्लिप दिखाना होगा। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि पार्किंग का ठेका किसी एक ही व्यक्ति को दिया जाए, ताकि पार्किंग संचालन में परेशानी और विवाद की स्थिति न बने।
कमर्शियल विभाग के अनुसार प्रस्ताव भेजने से पहले व्यवस्था का ट्रायल लिया गया था। कमर्शियल विभाग के दो अधिकारियों ने पहले चार पहिया वाहन से, इसके बाद दो पहिया वाहन से और आखिर में ऑटो रिक्शा में तीन सूटकेस ले जाकर प्लेटफॅार्म पर आना-जाना किया। यहां पिक एंड ड्रॉप में चार मिनट से भी कम समय लगा, लेकिन पार्किंग में समय को लेकर विवाद न हो, इसके लिए प्रस्ताव में समय को दोगुना किया गया है। डीआरएम आरएन सुनकर के मुताबिक पार्किंग पॉलिसी को लेकर नया प्रस्ताव आया है। इसके लिए टेंडर जारी किए जाने हैं।